चंडीगढ़:16 जुलाई:-अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क प्रस्तुति:— अच्छा हुआ कि कुछ बरस पहले मोदी जैसे आम आदमी की सरकार आ गई !
वरना देश के भीतर , देश के खिलाफ चार दशकों से चल रहे महाषड्यंत्र की पोल ही न खुल पाती !
विदेशी फंडिंग से कट्टरवाद की जो बुनियाद रखी गई थी , उसका खात्मा कभी न हो पाता !
धर्म के आधार पर भारत जैसे देश को 25 साल बाद कैसे दुनिया के 56 इस्लामिक देशों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया जाए , उसके तमाम मॉड्यूल और तमाम ब्लूप्रिंट अब देश की जांच एजेंसियों के पास हैं !
पाकिस्तान और भारत के नौ राज्यों की जबरदस्त रेकी दुश्मन देशों की मदद से कुछ इस तरह की गई है कि समय आने पर पूरे भारतवर्ष में गृह युद्ध छिड़ जाए और आतंकवाद का विस्फोट एक साथ कर दिया जाए !
इसके लिए किसी को आबादी बढ़ाने की जरूरत भी नहीं ?
आश्चर्य होता है कि आजादी के बाद सबसे लंबे समय तक सरकार चलाने वाली कांग्रेस पार्टी ने केवल अपना वोट बैंक बनाने की जिद में सरकार की जिम्मेदारियों से किस तरह खिलवाड़ किया । बाकी काम जातिवादी पार्टियों ने कर दिखाया । भारत के राष्ट्रवाद को खंडित किया गया और टुकड़े टुकड़े गैंग पल्लवित हुए । पीएफआई के बारे में लगातार खुलासे हो रहे हैं , फैलाए गए मकड़जाल का पूरा ट्रेलर सामने आ गया है । लगता है कि फिल्म बड़ी भयानक होगी । पहले सिमी , फिर इंडियन मुजाहिदीन और अब दोनों के मिश्रण से बना पीएफआई । टीवी चैनलों पर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं । कश्मीर से लेकर केरल तक फैले दहशती कारोबार की परतें उधड़ रही हैं ।
इसी बीच हमीद अंसारी कनेक्शन का खुलासा खुद पाकिस्तानी आईएसआई जासूस पत्रकार नुसरत मिर्जा ने ही कर दिया । यद्यपि पूर्व राष्ट्रपति बार बार किसी संबंध का खण्डन कर रहे हैं , लेकिन भाजपा सुबूत पेश कर रही है । खैर , इतने बड़े गैर राजनीतिक पदों पर बैठे लोगों पर पुख्ता प्रमाणों के बाद ही टिप्पणी करनी चाहिए । किंतु इस बात में कोई शक नहीं कि नुसरत मिर्जा आईएसआई का एजेंट है ।
अब तक वह सात बार भारत आ चुका है और भारत के उन्नीस राज्यों में घूमता रहा है । कांग्रेस पार्टी के अनेक नेताओं का पाकिस्तान और चीन के प्रति नरम रवैया सर्वविदित है । यूपीए में शामिल रहे फारूख अब्दुल्ला के विचारों से देश अनभिज्ञ नहीं है । शुक्र है 370 हट गई , कश्मीर का विभाजन हो गया और वहां लोकतांत्रिक शक्तियां कायम हो गई । अन्यथा अब तक काफी खराब हालात पैदा हो गए होते ।
हमारे बहुत से लोगों का मानना है कि केंद्र की मोदी सरकार एक निश्चित एजेंडे पर काम कर रही है । इस एजेंडे को हिन्दुत्व से जोड़ा जाता है । हालांकि कोई विपक्षी पार्टी आज तक यह नहीं बता पाई कि ऐसी कौनसी योजना इस सरकार ने बनाई है , जिसका लाभ केवल हिंदुओं को मिला हो ? हमें तो नजर नहीं आई , जिन्हें पता हो , वे बताएं । इतना जरूर याद है कि कांग्रेस शासन में शीर्ष पद से कहा गया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है ?
देश के तमाम संसाधनों पर किसी एक धर्मावलंबी का नहीं 140 करोड़ जनता का अधिकार है । अब अधिकार है तो याद रखिए , राष्ट्र रक्षा और राष्ट्र निर्माण का कर्तव्य भी 140 करोड़ लोगों का ही है । इसे बदलने का हक़ किसी को नहीं है । तो देश के खिलाफ़ जो साजिशें कर रहे हैं , उन्हें उनके तयशुदा मकाम तक पहुंचाहिए । यह दायित्व भी 140 करोड़ लोगों का ही है…