चंडीगढ़:-24 जून:-आरके विक्रमा शर्मा/करण शर्मा/अनिल शारदा/राजेश पठानिया प्रस्तुति:—इतिहास के पन्नों पर वीर तेजस्विनी, वीरांगना रानी दुर्गावती का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है! शूरवीरों के इतिहास में रानी दुर्गावती का नाम अग्रणी पंक्ति में सर्वोच्च स्थान पर आरुढ है
भारत में मुस्लिम साम्राज्य के प्रवर्तक कहे जाने वाले बलशाली योद्धा बाबर के पोता बादशाहा अकबर_को_कई_बार_युद्ध_में_धूल_चटाने वाली महारानी दुर्गावती को हर शूरवीर बखूबी जानते हैं।
महारानी दुर्गावती ने अपनी जिंदगी में 50 से ज्यादा युद्ध लड़ी थी! योद्धा पति की मृत्यु के बाद 15 साल तक गोंडवाना में शासन की बागडोर संभाली थी।
कृतज्ञ भारतवासी समाज की ओर से विनम्रता पूर्वक पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि समर्पित है।। गोंड साम्राज्य की सागर बुद्धि वाली महारानी परोपकारी देशभक्ति से ओतप्रोत अपनी वीरता का अपनी महानता का इतिहास खुद लिख कर गई आज कृतज्ञ राष्ट्र विनम्रता पूर्वक गौरवमई श्रद्धांजलि उनकी पुण्यतिथि पर अर्पित करते हुए श्रद्धा सुमन वेट करता है।