भ्रष्टाचार हटाने के लिए सिस्टम में सुधार के लिए अधिकारियों को आना होगा आगे:गुप्ता

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कुरुक्षेत्र   ;  19 मई ; राकेश शर्मा/अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;——प्रदेश के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री का सपना तब ही साकार होगा, जब सभी योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा। यदि प्रदेश से भ्रष्टाचार हटाना है तो सिस्टम में सुधार करने के लिए अधिकारियों को आगे आना होगा। प्रदेश में 15 अगस्त तक कोई भी बेसहारा पशु सडक़ों पर नहीं रहना चाहिए तथा शिक्षा की गुणवता के लिए तत्परता से कार्य हो। ई-दिशा के माध्यम से दी जाने वाली सभी सुविधाओं को पारदर्शी बनाया जाए ताकि लोगों को सुविधा लेने में कोई दिक्कत न आए।
अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता शुक्रवार को वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले के अधिकारियों के साथ प्रदेश में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री प्रदेश में भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते है। इसके लिए उन्होंने कई ऐसी योजनाएं बनाई है, जो कि आम आदमी को बिना किसी परेशानी के मिल सके।  

उन्होंने कहा कि ई-दिशा केन्द्र के माध्यम से मिलने वाली सुविधा और पारदर्शी बने इसके लिए सम्बन्धित अधिकारियों को सिस्टम से काम करने की जरुरत है। यदि सिस्टम से काम नहीं होगा तो किसी न किसी स्तर पर कार्य में भ्रष्टाचार दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि सरकार की हर योजना का लाभ बिना किसी बाधा के आम आदमी को मिले, इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेवारी से काम करने की जरुरत है।

डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि 15 अगस्त तक प्रदेश में कोई भी पशु सडक़ों पर अवारा घुमता दिखाई नहीं देना चाहिए। इसके लिए अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में तत्परता से काम करना होगा। यदि कोई अधिकारी इस कार्य में कोताही करता है तो उसकी जवाबदेही होगी। ग्रामीण क्षेत्र में 30 जून तक हरियाणा खुले में शौचमुक्त हो जाएगा। इसके प्रयास किए जा रहे है। ऐसा होने से हरियाणा देश का चौथा ओडीएफ प्रदेश बन जाएगा। शहरी क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया जा रहा है। जिन जिलों में अच्छा काम हुआ है, उन जिलोंं के अधिकारियों को एपीएससीएम डा. राकेश गुप्ता ने प्रंशसा की तथा जिन जिलों में संतोषजनक कार्य नहीं हुआ है उन्हें नसीहत दी। शिक्षा में गुणवता लाने के के कार्य की समीक्षा करते हुए एपीएससीएम ने सख्त निर्देश दिए कि 15 अगस्त से पहले-पहले स्कूलों में पांचवी और आठवीं कक्षा मेें पढऩे वाले विद्यार्थियों की शिक्षा की गुणवता को पहचानने के लिए कार्य किया जाए तथा इस निर्धारित समय से पहले बच्चों का गुणवता टेस्ट लिया जाए ताकि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के शिक्षण में सुधार लाया जा सके। डा. राकेश गुप्ता ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना पर बेहतर कार्य हो, कन्या भ्रूण हत्या करने व करवाने वालो पर कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई हो, कोर्ट में केसों की ठीक प्रकार से पैरवी की जाए, किसी भी केस की लीपा पोती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर उपायुक्त सुमेधा, कटारिया, एडीसी धर्मवीर सिंह, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, एसडीएम सतबीर कुंडू, सीएमओ डा. एसएस नैन, डीडीपीओ प्रताप सिंह, एडीए राजबीर सिह, उपनिदेशक पशु पालन धर्मेन्द्र कुमार, मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी संयुक्ता शर्मा, डीआईओ विनोद सिंगला सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।।
अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता शुक्रवार को वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले के अधिकारियों के साथ प्रदेश में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री प्रदेश में भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते है। इसके लिए उन्होंने कई ऐसी योजनाएं बनाई है, जो कि आम आदमी को बिना किसी परेशानी के मिल सके। उन्होंने कहा कि ई-दिशा केन्द्र के माध्यम से मिलने वाली सुविधा और पारदर्शी बने इसके लिए सम्बन्धित अधिकारियों को सिस्टम से काम करने की जरुरत है। यदि सिस्टम से काम नहीं होगा तो किसी न किसी स्तर पर कार्य में भ्रष्टाचार दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि सरकार की हर योजना का लाभ बिना किसी बाधा के आम आदमी को मिले, इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेवारी से काम करने की जरुरत है।
डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि 15 अगस्त तक प्रदेश में कोई भी पशु सडक़ों पर अवारा घुमता दिखाई नहीं देना चाहिए। इसके लिए अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में तत्परता से काम करना होगा। यदि कोई अधिकारी इस कार्य में कोताही करता है तो उसकी जवाबदेही होगी। ग्रामीण क्षेत्र में 30 जून तक हरियाणा खुले में शौचमुक्त हो जाएगा। इसके प्रयास किए जा रहे है। ऐसा होने से हरियाणा देश का चौथा ओडीएफ प्रदेश बन जाएगा। शहरी क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया जा रहा है। जिन जिलों में अच्छा काम हुआ है, उन जिलोंं के अधिकारियों को एपीएससीएम डा. राकेश गुप्ता ने प्रंशसा की तथा जिन जिलों में संतोषजनक कार्य नहीं हुआ है उन्हें नसीहत दी। शिक्षा में गुणवता लाने के के कार्य की समीक्षा करते हुए एपीएससीएम ने सख्त निर्देश दिए कि 15 अगस्त से पहले-पहले स्कूलों में पांचवी और आठवीं कक्षा मेें पढऩे वाले विद्यार्थियों की शिक्षा की गुणवता को पहचानने के लिए कार्य किया जाए तथा इस निर्धारित समय से पहले बच्चों का गुणवता टेस्ट लिया जाए ताकि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के शिक्षण में सुधार लाया जा सके। डा. राकेश गुप्ता ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना पर बेहतर कार्य हो, कन्या भ्रूण हत्या करने व करवाने वालो पर कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई हो, कोर्ट में केसों की ठीक प्रकार से पैरवी की जाए, किसी भी केस की लीपा पोती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर उपायुक्त सुमेधा, कटारिया, एडीसी धर्मवीर सिंह, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, एसडीएम सतबीर कुंडू, सीएमओ डा. एसएस नैन, डीडीपीओ प्रताप सिंह, एडीए राजबीर सिह, उपनिदेशक पशु पालन धर्मेन्द्र कुमार, मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी संयुक्ता शर्मा, डीआईओ विनोद सिंगला सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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