पचंडीगढ़:- 15 मई:- आर के विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा/राजेश पठानिया/ अनिल शारदा:— चंडीगढ़ पुलिस का इतिहास कद्दावर पहचान बनाए हुए है। चंडीगढ़ पुलिस अपने आप में एक गौरव गाथा का पर्याय है। और इसके गौरव को बढ़ाने में इंस्पेक्टर रामदयाल ने जो उपलब्धियां समाज के आगे बतौर उदाहरण प्रस्तुत की हैं। उनकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। कहने को तो इंस्पेक्टर रामदयाल डिसएबल पर्सनैलिटी हैं। लेकिन अपनी निस्वार्थ भाव से जारी समाज सेवा यात्रा के चलते डिसएबल लोगों को ही नहीं बल्कि समाज के दूसरे तमाम वर्गों को इस शख्सियत से सीखने को बहुत कुछ मिलता है, और मिलता रहेगा। दया, समर्पण व समाज सेवा, शिक्षा का प्रचार प्रसार और शिक्षा क्षेत्र में पिछड़ रहे लोगों का मार्गदर्शन करने में रामदयाल पर खुद मां शारदा सरस्वती जी दयाल हैं।
इंस्पेक्टर रामदयाल तीन भाई है जो अपनी नेक कमाई से हर साल 10 अंश कमाई एकत्रित करके पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए यथा समर्थन कुछ ना कुछ नेक पुनीत कार्य करते रहते हैं पिछले 10 साल की भांति इस साल भी होशियारपुर के स्कूलों से तकरीबन 500 बच्चों को चंडीगढ़ लाए हैं जिन्हें विधानसभा रॉक गार्डन पंजाब विश्वविद्यालय मुख्य मुख्य दर्शनीय आकर्षक स्थल दिखाए हैं उनकी महत्ता जीवन में उनका किस तरह से लाभ उठाया जाना है तमाम जानकारियां बताओ और मार्गदर्शन मोहिया करवाई है और उन्हें दूसरी दानवीर समाजसेवी संस्थाओं द्वारा पुस्तके स्कूल बैग्स बर्दिया यूनिफॉर्म शूज आदि समय-समय पर उपलब्ध करवाते रहते हैं।
अल्फा न्यूज़ इंडिया से विशेष बातचीत में चेहरे पर हमेशा मुस्कान बिखेरने वाले गंभीर चिंतनशील इंस्पेक्टर राम दयाल ने कहा कि मैं डिसएबल हूं। नहीं चाहता हूं कि कोई भी विद्यार्थी अपने कैरियर व एजुकेशन को लेकर जिंदगी की दौड़ में समाज में पिछड़ ना जाए। यहीं, हम तीनों भाइयों और अनेकों नेक नियति वाले हेल्पफुल फ्रेंड्स के साथ सेवा में जुटे हुए हैं आत्मिक शांति आत्मिक बल और आत्मिक सम्मान जो इस सेवा से मिलता है वह किसी भी प्रकार से प्राप्त नहीं किया जा सकता है।।
इन तमाम समाजसेवी उपलब्धियों को मद्देनजर रखते हुए अल्फा न्यूज़ इंडिया इंस्पेक्टर रामदयाल के उज्जवल भविष्य और स्वस्थ जीवन के लिए निस्वार्थ भाव से मांगलिक कामना करती है। और समर्थ लोगों से भरपूर अपील की जाती है कि वह भी शिक्षा क्षेत्र में जरूरतमंदों की मदद के लिए बिना कहे बिना संकोच किए आगे आएं। और भावी भविष्य के कर्णधार योद्धाओं को योद्धा बनने में अतुलनीय अनुकरणीय भूमिका अदा करें।