- चंडीगढ़:- 23 फरवरी :- राजेश पठानिया/अनिल शारदा:—अगर बाड़ ही खेत को खाने लग जाए और डॉक्टर ही खुद बीमार हो जाए और चोर उल्टा कोतवाल को डांटे तो फिर क्यों ना जाली एलएलबी की डिग्री लेकर न्याय के रक्षक न्याय पालक बन कर क्यों ना न्यायाधीशों या वकीलों की जमात में शामिल हों।
देश के सबसे बड़े प्रांत उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से आमुकों ने धोखे से एलएलबी की डिग्री लेकर चंडीगढ़ जिला कोर्ट में कथित तौर पर बतौर वकील वकालत प्रैक्टिस भी शुरू कर दी। और इतना लंबा भर्ती प्रोसेस लांघते हुए किसी को कानों कान खबर तक नहीं होने दी। इसको कहते हैं होशियारी और मुस्तैदी और मिलीभगत। अंधी पीसे कुत्तिया चाटे की कहावत चरितार्थ होती है। सरकारी दफ्तरों में मेजों पर कागज काले किए जाते हैं। और इन्हीं मेजों के नीचे काले कारनामों को अंजाम दिया जाता है। काली कमाई का धंधा खूब पनपता है।
अजय ठाकुर निवासी एमआईजी कालका और गौरव बांसल निवासी बैंक कालोनी, मनीमाजरा चंडीगढ़ के खिलाफ चंडीगढ़ कोर्ट में मामला दाखिल हुआ। और पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट की बार कौंसिल में इसी बाबत शिकायत दाखिल की गई।
अजय ठाकुर हिमाचल प्रदेश में बद्दी की एक नामी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत रहते हुए उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के लॉ कॉलेज से एलएलबी पढ़ाई कर रहा था।
एडवोकेट आशीष चड्डा एडवोकेट अभिनव गोयल ने बताया कि वह दोनों ही उत्पीड़न से ग्रसित पी भारद्वाज के चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अधिवक्ता हैं। और अजय ठाकुर और गौरव बंसल की एलएलबी की डिग्री को खारिज करने तथा इनका फ्यूचर में इनरोलमेंट बतौर अधिवक्ता किसी भी बार काउंसिल में रोकने हेतु चेयरमैन बार काउंसिल ऑफ इंडिया, नई दिल्ली व चेयरमैन बार काउंसिल आफ हरियाणा एंड पंजाब हाई कोर्ट चंडीगढ़ और उपकुलपति चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, संबंधित लॉ कॉलेज सहारनपुर उपरोक्त दोनों अजय ठाकुर व गौरव बंसल को पार्टी बनाया गया है। इस मामले में अगली सुनवाई चंडीगढ़ डिस्टिक कोर्ट में 11 मार्च को होनी निश्चित हुई है।
अजय ठाकुर और गौरव बंसल ने क्लासमेट के साथ जबरन गाड़ी रुकवा कर मारपीट करने तथा आपराधिक कृत्यों बारे जिला पंचकूला पुलिस तथा क्रिमिनल कोर्ट पंचकूला में पैरवी पर है।
पंचकूला फौजदारी कोर्ट में मामला विचाराधीन है। और संबंधित एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के विशेष कार्य अधिकारी डॉ पंकज एलजॉनी ने राज्यपाल सचिवालय उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति को इस बारे में तुरंत इन्वेस्टिगेशन करने का फरमान पिछले साल 7 दिसंबर को जारी किया था। और संबंधित लॉ कॉलेज सहारनपुर में भी अजय ठाकुर और गौरव बंसल को नोटिस जारी करते हुए कड़ी कार्रवाई और पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले भी कार्रवाई शुरू हुई थी।
अजय ठाकुर एलएलबी डिग्री कोर्स के दौरान बद्दी स्थित एक प्राइवेट लिमिटेड नामी कंपनी में नियमित प्रबंधक कर्मचारी था। और गौरव बंसल पंचकूला तहसील में पाठक डॉक्युमेंट राइटर के पास रेगुलर कार्यरत था। जबकि संबंधित लॉ कॉलेज सहारनपुर में इनके कार्य स्थान की दूरी लगभग 80-90 किलोमीटर से भी ज्यादा है। इसलिए इनका एक ही समय में दो स्थानों पर उपस्थित होना संभव नहीं है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमानुसार एलएलबी एक रेगुलर प्रोफेशनल कोर्स जिसकी डिग्री करते हुए किसी भी प्रकार की नौकरी अर्थ लाभ आहरित करना स्पष्ट रूप से नियमों के विरुद्ध है।