चंडीगढ़:-10 फरवरी: आरके विक्रमा शर्मा/करण शर्मा+ अनिल शारदा प्रस्तुति:—–– देवभूमि हिमाचल में फर्जी आईजी बन उद्योगपतियों से अवैध वसूली मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने हरियाणा पुलिस के दो जवानों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सिपाही रविंद्र जिला सोनीपत और जेल वार्डन जसवीर जगाधरी जेल यमुनागनर में तैनात है। इन पर आरोप है कि दोनों फर्जी आईजी विनय अग्रवाल संग हथियारो के साथ चलते थे।
हरियाणा से गिरफ्तार दोनों जवानों को गुरुवार को अदालत में पेश किया। इन्हें 9 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अब इनसे पूछताछ चल रही है। एस आई टी को उम्मीद है कि रविंद्र और जसवीर से पूछताछ के बाद कई बड़ी मछलियों जाल में फंस सकती हैं। क्योंकि बिना उच्च अधिकारियों की मदद के करोड़ों की अवैध वसूली संभव नहीं है।
एस आई टी अब विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। यह देखा जा रहा है कि अवैध वसूली के इस धंधे में कौन-कौन उच्च अधिकारी शामिल हैं। जिनके इशारे पर तीन-चार सालों से यह अवैध वसूली का धंधा फल-फूल रहा था। अब गिरफ्तार जवानों के बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है। इससे आने वाले दिनों में बड़े खुलासे हो सकते हैं।
हिमाचल के इन क्षेत्रों में करते थे अवैध वसूली:—-हरियाणा निवासी विनय अग्रवाल पर आरोप है कि वह कई सालों से हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला, कालाअंब व अन्य क्षेत्रों में करोड़ों की अवैध वसूली करता रहा है। नाहन के एक उद्योगपति की शिकायत पर जब मामला ध्यान में आया तो हिमाचल पुलिस ने एस पी साइबर क्राइम रोहित मालपानी की अध्यक्षता में एस आई टी गठित की। इसमें एसपी ईओडब्ल्यू- गौरव सिंह, एसपी सीआइडी क्राइम वीरेंद्र कालिया और अन्य पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया। इसे लेकर सी आई डी के भरारी थाना में 6 जनवरी को एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इसके बाद एस आई टी फर्जी आईजी के कई ठिकानों पर दबिश दे चुकी है। और उससे पूछताछ चल रही है।