चंडीगढ़ 08 फरवरी अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क प्रस्तुति:— आज के दौर के हिंदी और उर्दू शायरी का प्रतिष्ठित नाम डाक्टर विजेन्द्र गाफिल ने अपने आने वाले गजल संग्रह “गर याद रहे….” को स्वर सम्राज्ञी भारत कोकिला दिवंगत लता मंगेशकर के नाम समर्पित किया है। डाक्टर गाफिल ने कहा कि लता जी वास्तव में भारत की रत्न थीं। वो महज एक गायिका ही नहीं, भारतीय संगीत की प्रतिमूर्ति थीं!! जिसने हिंदी गीतों को अपनी आवाज देकर उनके माध्यम से संगीत को विश्व में एक नई पहचान दी। उनकी आवाज सदैव भारतीय जनमानस के दिलों में गूंजायमान रहेगी।उन्होंनेे कहा कि जब वें मुम्बई में थे। तो उस समय उनकी मुलाकात लता दीदी से हुई थी। उन्हें याद है कि जब लता दीदी को यह बताया कि वे हरियाणा से हैं। तो उन्होने कोई हरियाणवी शेर सुनाने को कहा था। डाक्टर गाफिल ने कहा कि अपने प्रकाशनाधीन ग़ज़ल संग्रह को महान गायिका को समर्पित करके अपने आपको वे गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। उन्होने बताया कि यह उनका 12वां संग्रह है। इस गजल संग्रह में उनके पशंदीदा 120 गजलें हैं। बताना होगा कि डाक्टर विजेंद्र्र गाफिल ने 11 हजार शेर की गजल लिख कर विश्व रिकार्ड बनाया था। अब उन्होंनेे गीता का अंग्रजी, हिंदी सहित उर्दू में अनुवाद किया है। जो हिंदी सााहित्य को एक बड़ी देन है।। साभार।।