चण्डीगढ़/ 5 जनवरी:- आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा+ हरीश शर्मा:–प्रांत हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि “इंसाफ के लिए मैं, हरियाणा के लोगों को सड़कों पर धक्के नहीं खाने दूंगा। और पुलिस को जनता की शिकायत पर कार्रवाई करनी पड़ेगीं”!!
अनिल विज ने स्पष्ट रूप में पुलिस को जनता के प्रति जिम्मेदार और जवाबदेह होने के बाबत कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने के साथ-साथ पारदर्शिता भी लानी होगी। और सभी अधिकारी थानों और चौंकियों में लोगों की शिकायतों का तुरंत निवारण करने के साथ-साथ इंसाफ देना सुनिश्चित करेंगे। अपनी जनता के प्रति सजग व्यवहार को लेकर अनिल विज हमेशा फ्रंटलाइन के योद्धा कहे जाते हैं।
कड़कड़ाती ठंडी और आज दिन भर की बरसात के बीच गृह मंत्री अनिल विज ने आज दोपहर को कुरुक्षेत्र जिला के शाहबाद थाने में छापा मार कर पूरे प्रांत के तमाम थानों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के खूब हाथ-पांव फूला दिए। उक्त थाने में दस्तावेजों की जांच के दौरान गृह मंत्री विज को लोगों की कई लंबित शिकायतें मिलीं। तो कई केसों की जांच भी पूरी नहीं मिली। थाना स्टाफ की कार्रवाई से चिढ़े हुए गृह मंत्री विज ने तत्काल मौके पर ही शाहबाद थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर प्रेम सिंह को सस्पेंड करने के निर्देश दे डाले। इसके अलावा, लगभग छह से ज्यादा केसों में जांच लंबित होने पर उन्होंने एसआई रमेश कुमार को सस्पेंड करने के हुक्म सुनाया। जबकि एक वर्ष से पुराने दर्ज मामले में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर उन्होंने एएसआई सुदेश कुमार को सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए।
एसपी को सभी लंबित मामलों में 15 दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट देनी ही होगी। गृहमंत्री अनिल विज ने यह आदेश प्रभावी स्पष्ट किया।
गृह मंत्री अनिल विज ने आज शाहबाद थाने पर छापा मारा और स्वयं थाने की अलमारी खोली और फाईलों को खंगालना शुरू कर दिया। उक्त मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से शाहबाद थाने में लंबित केसों की रिपोर्ट तलब की। इस छापेमारी के दौरान फाईलों को जांचने के बाद यह तथ्य सामने आए कि शाहबाद थाने में कई केस 6 माह से लेकर 3 साल तक लंबित पड़े हुए हैं। और कई केसों में नियमानुसार कार्रवाई भी नहीं की गई। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस अधिकारियों को फटकारा। और मौके पर मौजूद कुरुक्षेत्र जिले की पुलिस अधीक्षक अंशु सिंगला आई पी एस को थाने में लंबित मामलों की 15 दिनों के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही एक-एक केस की जांच करने के भी सख्त आदेश दिए। उक्त थाने में पसरी अव्यवस्थाओं और बेपरवाही के आलम को देखकर अनिल विज पूरी तरह से गुस्से में तमतमा उठे और घोर लापरवाही पर अपनी नाराजगी स्पष्ट व्यक्त करते हुए दोषियों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड किए जाने के आदेश सुना डालें। यह कार्रवाई सूबे के तमाम जिला तहसील आदि स्तर के बड़े थानों के लिए एक उदाहरण साबित होगा। लेकिन गृहमंत्री अनिल विज ने अपने छापेमारी के बारे में कहा कि यह आगे भी जारी रहेगी।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि लंबे समय से शाहबाद थाने में केस लंबित पड़े थे। जिन पर कार्रवाई नहीं हो रही थी। कई केस ऐसे हैं जोकि दर्ज भी नहीं किए गए। और जो दर्ज हैं। उनमें कार्रवाई काफी वक्त से लंबित है। यह पिछले छह माह से ज्यादा पुराने केस हैं। और करीब 33 केसों में कार्रवाई लंबित हैं। जोकि नहीं की गईं। उन्होंने बताया कि थाना स्टाफ की इस लापरवाही के लिए पूरी तरह जिम्मेवार है। और इसलिए थाने के एसएचओ, सब इंस्पेक्टर और एक एएसआई को सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘आगे भी छापेमारी जारी रहेगी और हरियाणा के लोगों को इंसाफ के लिए विज धक्के नहीं खाने देंगे, पुलिस को काम करना पड़ेगा’।
गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक व्यक्ति को पारदर्शी प्रणाली के साथ तुरंत न्याय मिले। और थानों में लोगों को एक सौहार्दपूर्ण वातावरण में शिकायतों का समाधान हो। और शिकायतकर्ता संतुष्ट होकर थानों से लौटें। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी लापरावही बरतेगा तो उसको किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला, डीएसपी आत्मा राम आदि मौजूद थे।।
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