चंडीगढ़:- 17 दिसंबर :-आरके विक्रमा शर्मा करण शर्मा अनिल शारदा :–कन्यादान और स्वर्ण दान सहित भूमि का दान व रक्तदान से भी अधिक महत्वपूर्ण अन्नदान की महिमा और अनिवार्यता श्रेष्ठ व सर्वकल्याणकारी है। धन्य होते हैं वह लोग जो अपने मुंह का निवाला निकालकर दूसरों के पेट की जठराग्नि को शांत करने में तनिक मात्र भी सोच विचार नहीं करते हैं। धन्य वह लोग भी हैं। जो खुद असमर्थ होते हैं। लेकिन समर्थवान को दिशा निर्देश देकर, ज्ञान का पाठ पढ़ा कर व दान की महिमा समझा कर दूसरों के लिए मददगार बनने का मार्गदर्शन करते हैं।
आजकल स्थानीय सेक्टर 7 की मार्केट के शोरूम नंबर चार के मालिक विनोद चौहान और उनकी धर्मपत्नी अंजू चौहान ने अपने स्वर्गीय पिता की मधुर स्मृति में हर रोज भूखों को भरपेट खाना खिलाने का अभियान शुरू किया है। चावल दाल तो कभी कढ़ी चावल, मीठा हलवा एक मारुति वैन में रखकर और साथ में सेवादार करण ठाकुर आदि हर रोज शहर के अलग-अलग सेक्टरों में कालोनियों बस्तियों में गांव में जाकर भूखे पेट भरने का क्रम जारी रखे हुए हैं।