चंडीगढ़ :1 सितंबर:-आरके विक्रमा शर्मा+करण शर्मा: देश नाना प्रकार से सर्वागीण विकास की राह पर अग्रसर है जहां इतने व्यापक स्तर पर विकास कार्य हो रहे हैं वही छुटपुट घपले घोटाले होना इस देश के लिए हम बात कही जाती है लेकिन जब घपले घोटाले देशवासियों की आर्थिक सामाजिक परिवारिक परिस्थितियों को डकारने वाली साबित होने लगे!! तो बात सोचने वाली बन जाती है! देश के खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक में अपने साहस और निष्ठा ईमानदारी लगन सहित मिलने वाली सुविधाओं के फायदे को भुनाते हुए देश की झोली में स्वर्ण चांदी कांस्य पदक डाले हैं। और इसी के मद्देनजर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी के साथ कहां कि ओलंपिक में नए भारत का बुलंद आत्मविश्वास हर खेल में दिखाई दे रहा है। यह आत्मविश्वास तब आता है जब व्यवस्थाएं बदलती हैं। और पारदर्शी हो जाती हैं। बिल्कुल बहुत सटीक अनुभवी तर्क पेश किया है। आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करेगा। प्रोत्साहित प्रसाद बनेगा।
लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसी ही पारदर्शी व्यवस्थाओं का जिक्र कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धनकुबेरों के मसले पर भी अडानी अंबानी और नीरव के हाथों देश बेचने वाले आरोपों और सोशल मीडिया पर लाखों की तादाद में प्रसारित प्रसारित होते समाचारों के संदर्भ में स्पष्ट कर देते कि ऐसा इस देश में कभी भविष्य में कुछ नहीं होगा। खासकर तब जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की हिंदुत्व, देश भक्ति , राष्ट्रीय सम्मान करने वाली पार्टी काबिज हो।