चंडीगढ़ 7 जुलाई आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:– आज दिवस बुधवार को दिवंगत पुण्य आत्मा कौशल्या देवी की आत्मा शांति हेतु और स्वर्ग प्राप्ति के पश्चात श्री हरि चरणों में मोक्ष पद के लिए मातृ लोक में उनके शुभचिंतकों रिश्तेदारों परिजनों द्वारा प्रभु सिमरन और परंपरागत रीति-रिवाजों का निर्वहन आज संपन्न होगा। दिवंगत पुण्य आत्मा माता कौशल्या देवी के पुत्र यशपाल शर्मा और राजन देव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 25 जून को माता जी का देहावसान हुआ था। आज उनके निमित्त रसम पगड़ी और परंपरागत अन्य रस्मों की अदायगी की जाएगी। लेकिन भौतिक संसार में व्याप्त नाना प्रकार के असाध्य रोगों के संक्रमणों को देखते हुए उनके हितेषी, रिश्तेदारों द्वारा की जाने वाली वंदना पूजा प्रभु सिमरन अपने-अपने ही निवास स्थान पर करने की गुहार की गई है।
पंडित राम कृष्ण शर्मा ने निस्वार्थ सिमरन पश्चात चर्चा करते हुए माता कौशल्या देवी की दिवंगत आत्मा की शांति हेतु भगवान गरुड जी का स्मरण किया और भगवान शिव से प्रार्थना की कि जीवात्मा को मोक्ष प्रदान करें। उन्होंने कहा कि दिवंगत आत्मा के लिए निस्वार्थ भाव से हरि सिमरन में उच्चारण किया गया एक एक शब्द जीवात्मा के लिए एक एक पुण्य यथेष्ठ फल देता है। आज पंडित राम कृष्ण शर्मा परिवार के समस्त परिजनों ने दिवंगत आत्मा के लिए निस्वार्थ भाव से अपने अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते हुए आज का नाम सिमरन बिछुड़ी आत्मा के प्रति भगवान को समर्पित किया।