चंडीगढ़: 6 जून :— अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क प्रस्तुति:— इस वक्त भौतिक वातावरण में नाना प्रकार के वायरस फैले हुए हैं। और सबसे सावधानी रखना बहुत जरूरी है हालांकि इतने बरस के प्रति सावधानी बर्तनी बहुत मुश्किल है। लेकिन एक सावधानी सब में कॉमन है। वह है, सावधानी और स्वच्छता अपने घर परिवार में अपने शरीर में जितनी स्वच्छता रखेंगे। उतने स्वस्थ रहेंगे। जितने स्वस्थ रहेंगे उतना वायरस से लड़ने में सक्षम रहेंगे।
1.लोग मास्क को कई दिन तक धोते नहीं है उल्टा सैनिटाइजर से साफ करके काम चलाते है । ऐसा न करें । कपड़े के मास्क बाहर से आने पर तुरंत मास्क साबुन से धोएं, धूप में सुखाएं और प्रेस करें। सर्जिकल मास्क एक दिन से ज्यादा इस्तेमाल न करें।
N95 मास्क को मेंहगा होने की वजह से लंबे समय तक उपयोग करना पड़े तो साबुन के पानी में प्रतिदिन कई बार डुबोकर धो लें, रगड़े नहीं । बेहतर हो कि नया इस्तेमाल करें ।
2. अधिकांश सब्जियां खासकर प्याज़ छीलते समय दिखने वाली काली फंगस हाथों से होकर आंखों या मुंह मे चली जाती है । बचाव करें । साफ पानी , फिटकरी के पानी या सिरके से धोएं फिर इस्तेमाल करें ।
3. फ्रिज के दरवाजों और अंदर काली फंगस जमा हो जाती है खासकर रबर पर तो उसे तत्काल ब्रश साबुन से साफ करें । और बाद में साबुन से हाथ भी धो लें ।
4. जब तक बहुत आवश्यक न हो, ऑक्सीजन लेवल सामान्य है तो अन्य दवाओं के साथ स्टेरॉयड न लें । विशेष तौर पर यह शुगर वाले मरीजों के लिए अधिक खतरनाक है ।
5. यदि मरीज को ऑक्सीजन लगी है तो नया मास्क और वह भी रोज साफ करके इस्तेमाल करें । साथ ही ऑक्सीजन सिलिंडर या concentrator में स्टेराइल वाटर/saline डालें और रोज बदलें ।
6. बारिश के मौसम में मरीज को या घर पर ठीक होकर आ जाएं तब भी किसी भी नम जगह बिस्तर या नम कमरे में नहीं रहना है । अस्पताल की तरह रोज बिस्तर की चादर और तकिए के कवर बदलना है । और बाथरूम को नियमित साफ रखना है । रूमाल गमछा तौलिया रोज धोना है ।
खास करके बाजार से खरीदी गईं सब्जियों को घर लाकर नमक या फिटकरी वाले पानी में जरूर कुछ समय के लिए डुबोकर रखें। और अपने हाथों को तुरंत साबुन से अच्छी तरह रगड़ कर धो लें। और कोशिश करें कि नमी में जो कपड़े बिस्तर ज्यादा देर तक पड़े हैं। उनको निकाल कर धूप में जरूर सुखाएं। उन में नमी बिल्कुल भी नहीं रहनी चाहिए। खासकर बड़े गधे सोफे की गद्दियां सेटटी की गद्दियां आदि को जरूर धूप लगवाएं। और घर के पायदान जो हैं। उनको भी हर दूसरे तीसरे दिन खूब धूप लगवाएं।।
आप इन सब बातों का ध्यान रखें और दूसरों को भी बताएं तो इस घातक बीमारी से बचाव संभव है । क्योंकि इसका उपचार अभी बहुत दुर्लभ और महंगा है। इसलिए सावधानी ही उपचार है। साभार व्हाट्सएप यूजर।।।