चंडीगढ़:- 25 मई:- आरके विक्रम शर्मा/ करण शर्मा:– कहते हैं सिक्के के दो पहलू होते हैं सकारात्मक नकारात्मक उसी तरह कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के भी दो ही पहलू हैं पहला विध्वंसक और दूसरा सीख!! यानी पहले प्रचंड रूप में यह वायरस दुनिया में यमराज का रूप ले चुका है! और लाखों लोगों को वक्त से पहले ही अपना ग्रास बना चुका है! करोड़ों लोगों की जिंदगी अभी भी त्रास पर अटकी हुई हैं! सांसे बिल्कुल उधारी पर चल रही हैं! ऐसे में हर इंसान दूसरे इंसान के लिए कारगर मसीहा साबित हो! इसी प्रयास में इसी धुन में संघर्षरत और कार्यरत हो चुका है। धरती पर यह पहला मौका है जब हर इंसान दूसरे इंसान के लिए जद्दोजहद में है, कि कैसे उसके प्राण बचाए जाएं। यह कोरोना का ही दूसरा रूप है। जो हमें शिक्षा देता है कि विपत्ति आने पर हमें हर बैर विरोध धर्म नस्ल संप्रदाय आदि को भूल कर महज इंसान होने के नाते एक इंसान की सेवा करनी चाहिए। उसके प्राणों की रक्षा करनी चाहिए। और ऐसा करते-करते अनेकों डॉक्टरों ने पुलिस वालों ने सेना जवानों ने और समाजसेवी संस्थाओं के अग्रिम पंक्ति के वीर वरियर्स ने अपनी जान खो दी है।
पढ़े लिखों के शहर चंडीगढ़ में जिसे सिटी पीसफुल भी कहा जाता है के एक युवक प्लेटलेट्स देने 34 बार जाकर पीजीआई में जाकर मौत और जिंदगी से जूझ रहे रोगियों को प्लेटलेट्स मुहैया करवाए हैं। इसी तरह वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए भी आने को ग्रुप सामने आ रहे हैं। जिन्हें सेवानिवृत्त हो चुके सीनियर सिटीजन अपनी देखरेख में चला रहे हैं। दिल्ली का डेस्टिनेशन कोविड-19 हेल्प ग्रुप और वैक्सीन सलोट बुक चंडीगढ़ सेक्टर 45 ऐ के संचालक दीपक वर्मा व प्रभजीत सिंह बहल, सेक्टर 45 ऐ का ही व्हाट्सएप ग्रुप “हमारा परिवार” जिसे रिटायर्ड ब्रिगेडियर सुरेंद्र सिंह व हरबंस गर्ग सहित रजनीश शर्मा मार्गदर्शन दे रहे हैं। इसी प्रकार दीपक कुमार का वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने में हेल्प के लिए बनाया गया ग्रुप काफी सक्रिय हैं।