रंगों का त्यौहार इस बार किस किस के भाग्य को देगा तार

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रंगों का त्यौहार इस बार किस किस के  भाग्य को देगा तार 
चंडीगढ़ ; 19 फरवरी ; आरके शर्मा विक्रमा ;—- वर्ष 2018 इस मर्तबा बहुत ही अच्छा प्रभाव और फल देने वाला कहा जा रहा है ! सोमवार से शुरू हुआ साल काफी सुखद और खुशगवारी से गुजरेगा ! ऐसा इसके फलगोचर और ग्रहों के गति और वक्री  व्  मार्गी  होने से होगा ! इस वर्ष रंगों का दिलकश त्यौहार दो मार्च को होगा ! यानि होली का त्यौहार देश भर  में लोग अपने अपने रीति  रिवाजों और पुरातन प्रचलित परम्पराओं के अनुसार मनाते हैं ! 
भारतवर्ष में होली धार्मिक विधाओं से बंधा त्यौहार है ! जिसका ऐतिहासिक और पौराणिक पराकाष्ठा सर्वमान्य है ! होली से पूर्व होलिका दहन  का  अपना धरमवत महत्व है और इसके जीवन के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पक्षों पर खूब प्रभाव् भी देखा जा सकता है ! 
                            होली के त्यौहार के नाना प्रकार के प्रभावों की बात करें तो कर्मकांड प्रकांड पंडित  चन्द्र मोहन  शर्मा [बिट्टू जी ] के मुताबिक ये होली यूँ तो सबके लिए मंगलकारी ही है बशर्ते हमारी भावनाओं और सोचों का केंद्र सकारात्मक हो ! फिर भी कुछेक  राशि के जातकों के लिए अच्छी खुशखबरी बन कर आ रही है ! होली से कई राशि वालों के भाग्योदय का सीधा संकेत मिल रहा है ! ये लाभ कमाने वाली राशियां क्रमश वृश्चिक के बाद सिंह फिर तुला और कुंभ हैं ! बिट्टू शास्त्री के मुताबिक वृश्चिक राशि के जातकों के लिए समय अनुकूल रहेगा और त्यौहार खूब फलदायी रहेगा ! किसी भी जरूरतमंद की मदद से हाथ पीछे मत खींचना ! धन के मामले में ये जातक धनी रहेंगे ! सिंह राशि के जातकों के लिए  भी होली सुखद समाचार लेकर आएगी ! किस्मत तो खुलेगी आय के भी नए साधन बनेगें ! संयम और संतोष से काम लें ! धन अर्जित करने के मार्ग खुलते चले जायेंगे ! शुक्र स्वामी वाली तुला राशि के जातक इस वर्ष किस्मत का दिया खूब बटोरेंगे ! गुरु मंत्र का जाप लाभ देगा ! धर्म में रूचि बढ़ेगी और ये ही धन कमाने के मार्ग प्रशस्त करेंगे ! रुके कार्यों की रवानगी बनेगी ! उत्साह से भी लबालब भरे रहेंगे ! कुंभ नाम अनुरूप भाग्य से भरा रहेगा ! किसी का बुरा  सोचना और करना हितकर न होगा ! नए काम शुरू करने का वक़्त आ चुका है ! कामयाबी सर पर ताज बांधेगी ! सब के मददगार बनोगे तो रब्ब भी आपकी मदद करेगा ! सम्मान व्  शांतमय जीवन जीने के रस्ते खुलेंगे ! 
                         सो होली पर खूब गुलाल छिड़कें दूसरों की इच्छा  का सम्मान करेंगे तो होली का रंग खूब जंचेगा ! गीताधाम [ओपोजिट श्री कृष्ण संग्रहालय,कुरुक्षेत्र ] के संस्थापक ब्रह्मलीन गुरुदेव 1008 गीतानंद जी महाराज  भिक्षु जी की परमस्नेहि शिष्या माता सुदर्शन जी भिक्षु के वचनों के अनुसार होली में काला रंग वर्जित है क्योंकि इस का साथ बुराई अनैतिकता और मानवता  विरोधी नीतियों का समर्थन करना है !    

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