चंडीगढ़:- 21 अप्रैल:- आरके शर्मा विक्रमा:– हरियाणा सरकार के शिक्षामंत्री कंवर पाल ने 22 अप्रैल से स्कूलों में छुट्टियां 31 मई तक छुट्टिययों की घोषणा की है। हालांकि कोरोनावायरस वैश्विक महामारी की दूसरी घातक पारी में अध्यापक लगातार स्कूल आ रहे हैं। बच्चो की सुरक्षा को देखते हुए पहले स्कूल बंद करने का फैसला लिया था। ऐसे में अध्यापकों की सुरक्षा भी हमारी जिम्मेवारी बनती है। इसलिए गर्मियों की छुट्टियां एडवांस में की गईं।
लेकिन जब स्कूलों में विद्यार्थियों की अनूप सती अनु उपस्थिति रहती है। तो ऐसे में अध्यापक समाज स्कूलों में आकर क्या करता है इसका भी कोई जवाब किसी के पास नहीं है। और विद्यार्थियों के साथ साथ अध्यापक और स्कूल स्टाफ को स्कूलों में हाजिरी देने के लिए बाध्य क्यों किया गया। क्या महामारी के वायरस से यह समाज बिल्कुल महफूज है। अगर नहीं, तो फिर यह शिक्षा विभाग की लापरवाही का सबब क्या है। अनेकों टीचरों में अभी भी इसे संशय मात्र घोषणा करार दिया है। उनके मुताबिक जब तक छुट्टियों के संबंध में सरकारी अधिसूचना जारी नहीं हो जाती। तब तक अब अध्यापक समुदाय सरकार पर आंख मूंदकर कोई भी विश्वास करने से कतरा रहा है।