चंडीगढ़:- 7 अप्रैल:- आर के विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:– दुनिया में धरती पर अगर सबसे ज्यादा मंदिर हैं, तो वह है, भगवान शिवलिंग के और उसके बाद भगवान गणपति गणेश के।। दियू में गंगेश्वर महादेव का विश्व विख्यात मंदिर है। हालांकि इसके बारे में धर्म में आस्थावानों में बहुत कम जानकारी है। समुंदर के किनारे रमणीय नजारे लिए हुए यह मंदिर बहुत ही आकर्षण का केंद्र है। और प्राकृतिक तौर पर निर्मित यह मंदिर अपने अंदर पौराणिक इतिहास समेटे हुए हैं।
तकरीबन 5600 वर्ष पुराना इतिहास यहां दृष्टिगोचर होता है महाभारत कालीन अति दुर्लभ।। कहा जाता है कि यहां पर पांडवों ने अपने शारीरिक आकार और दर्जे मुताबिक यहां 5 शिवलिंग की स्थापना की थी। और इन पांचों पवित्र शिवलिंग पर समुंदर खुद हर क्षण बाद जलाभिषेक अपनी लहरों से करता है। हर समय जलमग्न रहने वाले यह पांचों शिवलिंग अति दर्शनीय हैं। और दूसरी बात, यहां का फर्श बिल्कुल भी चिकना नहीं है। जबकि हर वक्त यहां पानी की लहरें उसे गीला रखती हैं। समुंदर का शोर यहां पर काफी कम हो जाता है। और लहरें पांचो शिव लिंगों की जल सनानी के बाद वापसी करती हैं। यहां सबसे बड़ा शिवलिंग भीम द्वारा स्थापित किया गया है। जो पांचों शिवलिंग से आकार में काफी बड़ा है। इस प्रकार यहां महाभारत के पांचों पांडवों द्वारा स्थापित और निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए जाते हैं। यह समुंदर के किनारे बहुत ही आकर्षक मंदिर स्थापित है। भारत के पश्चिम में यह मंदिर स्थापित है।।