चंडीगढ़/छत्तीसगढ़ :-04 अप्रैल:- अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क प्रस्तुति:– छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर आज शनिवार को मुठभेड़ के बाद सीआरपीएफ के 21 जवान शहीद हो गए हैं।
. पुलिस सूत्रों ने बताया कि लापता हुए जवानों का खोज पता लगाने के लिए एक सुदृढीकरण दल को घटनास्थल पर भेजा गया। लापता जवानों के ठिकाने का पता लगाने के लिए हवाई निगरानी जारी थी. नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए. 31 घायलों में से 16 सीआरपीएफ के जवान हैं. घायल जवानों में 23 को बीजापुर अस्पताल और 7 को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया हैै।।
अल्फा न्यूज़ इंडिया को राहत चले एक सेवानिवृत्त बुजुर्ग सैनिक ने अपने व्यथित दिल से देशवासियों के नाम यह संदेश जोड़ दिया कि अब कोई यह मत कहना कि “अमुक है तो मुमकिन है”। आखिर है कोई जो यह बता सके अब भी जवानों के खून से होली का तांडव कब तक चलेगा।। कौन लोकतंत्र भारत का राजनीतिज्ञ दम भरे कि अमुक जघन्य घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र देकर लाल बहादुर शास्त्री के उल्लेखनीय उदाहरण की पुनरावृति कर सके।।।