चंडीगढ़ :11 फरवरी:- आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:–भारत का विमान वाहक पोत अपने गौरवमई इतिहास का अनूठा उदाहरण है। कहा जाता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा समय तक अपनी सेवाएं देने वाला विराट विमान वाहक पोत इकलौता पोत रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने जहाज को समुद्री संग्रहालय और मल्टीफंक्शनल एडवेंचर सेंटर में बदलने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई के बाद, विमानवाहक पोत आईएनएस विराट को डिस्मेंटल करने के फैसले पर रोक लगा दी है.।
बता दें एनविटेक मरीन कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी जहाज को समुद्री संग्रहालय में बदलने के लिए आगे आई जिसे गोवा में ज़ुआरी नदी में डॉक किया जाएगा. गोवा सरकार भी इस परियोजना के लिए आगे आई है और इस संबंध में रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा गया है.।
दुनिया में सबसे लंबे समय तक सेवारत युद्धपोत, आईएनएस विराट को सेवा के बाद 3 साल पहले डीकमीशन कर दिया गया था. कोई भी कॉरपोरेट हाउस एक म्यूजियम के लिए पैसा लगाने को तैयार नहीं था. गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों ने दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन किन्हीं कारणों से पीछे हट गए.
केंद्रीय जहाजरानी मंत्री मनसुख मंडाविया ने युद्धपोत के लिए बोली लगाने के लिए एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार संग्रहालय परियोजना पर 400-500 करोड़ रुपये खर्च करने को तैयार है, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि जहाज 10 साल से अधिक नहीं चलेगा.। साभार।