चंडीगढ़/लखनऊ: 30 जनवरी:- आरके विक्रमा शर्मा/ एनके धीमान :–🔥 बड़े दुख और बहुत ही शर्म के साथ लिखना पड़ रहा है कि न्याय प्रिय और निष्पक्ष प्रजासेवक आदित्यनाथ योगीजी के उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुंडा तत्वों की गुंडागर्दी भगवाधारी योगी को ही चुनौती दे रही है। यही नहीं, प्रांत के पुलिस कमिश्नर की धाक को भी धौंस दिखाई जा रही है।
सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैलती वायरल होती खबर में गुंडागर्दी से आहत दबंगों की दबंगई से पीड़ित परिवार ने अब राजधानी लखनऊ जाकर ही मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ और पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है। और जानमाल की रक्षा के लिए भी दुहाई दी है।
लखनऊ राजधानी में दबंगों का बड़ा बोलबाला है। दबंग कमजोरों को दबाकर कभी उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। तो कभी बेबसों को मौत के घाट उतार रहे हैं। पीड़ित परिवार पुलिस प्रशासन से गुहार लगा लगा कर हार कर मौत का शिकार हो रहे हैं। इसी तरह का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राजधानी के ठाकुरगंज थाना अंतर्गत जहां पीड़ित दम्पत्ति लगातार थाने और तहसील प्रशासन से गुहार लगा रहा है कि उनकी पुश्तैनी जमीन पर दबंगों ने लॉ एंड ऑर्डर को जूते तले रौंदेते हुए कब्जा कर लिया है। प्रशासन व पुलिस तंत्र उनकी जमीन जायदाद को मुक्त कराने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा का भी जिम्मा उठाएं।लखनऊ सदर तहसील तो मामले की गंभीरता से बेपरवाह होकर तारीख पर तारीख पीड़ित जमुना देवी के परिवार को देते हुए अपने कर्तव्य से हाथ धो रही है। जबकि दूसरी ओर इनके अंदरखाते की बेपरवाही के रहते दबंग खुलेआम उनकी जमीन पर निर्माण करवा रहे हैं।
पीड़ित परिवार ने घर पर भू माफियाओं के अत्याचार से प्रताड़ित होकर परिवार पलायन के पोस्टर भी चस्पा किए थे। शरम और दुख तो यह है कि उक्त पोस्टों को स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा आकर हटवा दिया गया। पीड़िता जमुना देवी अपने बेटे के साथ धरने पर बैठ कर लखनऊ पुलिस कमिश्नर और सीएम आदित्यनाथ योगी से मदद की गुहार लगा रही है। पीड़ितों के साथ साथ पब्लिक और मीडिया प्रेस की भी निगाहें अब सीधे-सीधे मुख्यमंत्री योगी जी और पुलिस कमिश्नर पर केंद्रित हैं कि कब और कैसे जुल्म के सताये परिवार को न्याय दिलाते हैं और उनके जानमाल की रक्षा सुनिश्चित करवाते हैं।