भारत वर्ष 72वां गौरवमई गणतंत्रता दिवस स्वाभिमान से रहा मना

Loading

चंडीगढ़:- 26 जनवरी:-आरके विक्रमा शर्मा/करण शर्मा:- विश्व गुरु और ज्ञान शौर्य मानवता  की थाती भारतवर्ष आज अपना 72वां गौरवमई गणतंत्रता दिवस स्वाभिमान हर्षोल्लास के साथ मना रहा है देश को अपनी तीनों सेनाओं पर नाज है और तीनों सेनाओं को भारत की सेना होने का गौरवमई स्वाभिमान है।

प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद भी देश पूरे विश्व का मार्गदर्शन करने में अग्रणी है पूरे देश ने एकजुट होकर महामारी ओं पर काबू पाया है और दुनिया को ही इससे बचने के आयुष नुस्खे और नुक्ते बताए हैं। यह भारत के गुरु होने का सबल उदाहरण है। नई दिल्ली राजधानी में देश अपना राष्ट्रीय गणतंत्रता दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मना रहा है। भारत के महामहिम राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया देश को संबोधित करते हुए देश के लिए आज के दिन की महता पर प्रकाश डाला। अपनी सेनाओं के सर्वोच्च त्याग, बलिदान, समर्पित जज्बे को सलाम किया। सांस्कृतिक झांकियों के साथ साथ भौगोलिक परिस्थितियों  और मौजूदा विकट और विषम हालातों से जूझते भारत की शानदार तस्वीर पेश करती झांकियां निहारीं।

भारत में गणतंत्र दिवस की विशेषता और उपलब्धियों में एक भीष्म टैंक यानी थर्ड जनरेशन की 90 टैंक का प्रदर्शन रहा। जिसका नेतृत्व  जोशीले नौजवान देश भक्ति से ओतप्रोत कैप्टन करणवीर सिंह भंगू ने अपनी टैंक टुकड़ी के साथ सीना तान कर राष्ट्र को सैल्यूट करते हुए किया। कैप्टन करणवीर सिंह ने बताया कि भीष्म कहलाता टैंक आर्मी का सशक्त समर्थ टैंक है। दुश्मन कोई भी हो, कैसा भी हो, कहीं भी हो और कभी भी हो भीष्म टैंक दुश्मन के ठिकानों को पलक झपकते ही नेस्तनाबूद करने में सक्षम है। और इसकी मारक क्षमता असीम है। हमारा सौभाग्यशाली स्वाभिमान है कि हम भारत की दुनिया की सबल सेनाओं में एक सेना का हिस्सा हैं। और गौरव की बात यह है कि हमें भीष्म टैंक का कार्यभार संभाला गया है। रण क्षेत्र में हम अपनी वीरता का लोहा मनवाने में सक्षम व सदैव तत्पर हैं। थर्ड जनरेशन t-98 दुनिया के सबसे समर्थ और क्रूर मारक क्षमता वाला टैंक है। भारतीय सेनाओं को इस पर फख्र है। दुश्मन का नामोनिशान तक मिटा देने में इसका नाम सबसे ऊपर है।कैप्टन करणवीर सिंह भंगू ने कहा कि 125 एमएम गन वाले टी टैंक को ऐसे ही भीषम नहीं कहा जाता है। इसका नाम ही इसकी हर एक खूबियों को बखूबी लक्षित करता है।

राजपथ पर आज देश भर की झांकियों ने भारत की उज्जवल गौरवमई पौराणिक और आधुनिक तस्वीर पेश किया। भारत के 72 में गणतंत्रता दिवस के भव्य शानदार आयोजन पर विश्व के अनेकों बड़े छोटे मूर्खों से वहां की सरकारों के नागरिकों के बड़े-बड़े समुदायों के शुभकामना और बधाई संदेश आ रहे हैं जो भारत की भाईचारे की भावना का प्रतीक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

160485

+

Visitors