चंडीगढ़/लखनऊ:- 1 दिसंबर:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:— पत्रकारिता जगत के लिए दुःखद समाचार यह है कि उत्तर प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ की सरकार समाज सुधार का कार्य बड़े व्यापक स्तर पर जारी रखे हुए हैं वहीं लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की हत्या का क्रम भी बराबर बना हुआ है। इसी क्रम में एक और निर्भीक, निडर व निष्पक्ष आर सिंह निर्भीक(राकेश सिंह निर्भीक) पत्रकार का देहावसान विकट परिस्थितियों में होना सीधा-सीधा हत्या किए जाने का पर्दाफाश करता है।
बलरामपुर के ग्रामसभा कलवारी निवासी पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक के घर को जलाने के बाद घर को गिराकर पत्रकार साथी पर हमलावरों ने हमला किया। बुरी तरह से जले निर्भीक जी का देहांत रात्रि करीब ग्यारह बजे ट्रामा सेंटर लखनऊ में हो गया।
वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया,उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पवन श्रीवास्तव ने पत्रकारों पर हो रहे अत्याचारों पर अंकुश लगाने की गुहार लगाई हैै। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे शिकायती पत्र में प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच शुरू करने के साथ ही बलरामपुर DM डिस्टिक मजिस्ट्रेट एवम SP सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है।
तत्काल प्रभाव से कार्यवाही न होने पर वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया इकाई भारतीय मज़दूर संघ पत्रकारों के सुरक्षा को लेकर सड़क पर उतरने पर मजबूर होगा। अल्फा न्यूज़ इंडिया मंडल ने भी वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया से मांग की है कि इसे सामान्य घटना न मानते हुए सीधे हत्या का और घर के अन्य सदस्यों को भी घर में जिंदा जी जलाने का षड्यंत्र और प्रयास की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करवाया जाना चाहिए।