चंडीगढ़ / बाराबंकी: 16 अक्टूबर: – करण शर्मा / एनके धीमान: – लोकाचार में पाप कर्म अपनी जड़ें जमा है। धर्म अधर्म की हेरती के नीचे तहस-९स हो रहा है। मानवीय संबंध तार-तार हो रहे हैं। कानून के साथ सिरफिरे और सीनाजोरी वाले एसए कब कबड्डी खेल कर आम जनमानस का जीवन जीना दुबार किए गए हैं।
शर्मनाक और मौजूदा परिस्थितियों की पृष्ठभूमि पेश करती है यह समाचार उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी से है। जहां एक ग्रामीण ने गांव की एक 16 वर्षीय लड़की को विवाह का झूठा झांसा देकर अपनी हवस वासना का खूब ताम्र नृत्य किया। और अंत में 16 साल की यह बच्ची एक बच्चे की मां बन गई। अभी तक जिसके खुद खेलने, खाने-पीने, पढ़ने के दिन थे। आज वही गोद में नन्ही जान को लेकर अपने दोनों के अंधकार में भविष्य में आशा की किरण खोज रही हैं।
समाज और समर्थ समाज की उपस्थिति में गर्भवती किशोरी से अपने बच्चे के जन्म के बाद अब प्रेमी किशोरी मां और उसके बच्चे को गोद लेने से पल्ला झाड़ रहा है। असहाय बेबसपश किशोरी की माँ ने अपनी नाबालिग बेटी और उसके बच्चे को न्याय दिलाने की गुहार थाना अध्यक्ष रामनगर रामचंदर सरोज से लगाई। उक्त मानवता को शर्मसार करने वाली घिनौनी घटना रामनगर थाना चेत्र के भगहर झील के उस पार बसे गांव की।] पुष्ट एकत्रित की गई जानकारी के अनुसार लगभग 16 वर्षीय किशोरी को बीते बुधवार को पेट में तेज दर्द होने के कारण उसे सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर माँ उसे पैदल ही ले जा रही थी।
तकरीबन 5 किलो मीटर की दुरी तय करते समय रास्ते में ही किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया! इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची एम्बुलेंस प्रसूता को लेकर स्वास्थ केन्द्र सूरत गंज पहुंच जाते हैं। ड्यूटी पर तैनात डॉ गौरव पांडेय व स्टाफ नर्स दीपाशिखा ने नवजात शिशु का स्वास्थ परीक्षण किया। उक्त अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक पैदल चलने के कारण शिशु का जन्म समय से पहले ही हो गया है। नवजात शिशु का वजन एक किलो सात सौ ग्राम है। किंतु बच्चा जच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं।
दबंग गुंडागर्दी और सीनाजोरी कि इस घृणित घटना की सर्वत्र निंदा हो रही है। और कानून से सख्ती बरतने की प्रबल होने लगी है। देखना यह है कि अस्पताल अपनी रिपोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी रख पाता है या नहीं। और उसी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस प्रशासन तमाम हालात को मद्देनजर रखते हुए किनइन प्रवाह के तहत किशोरी से दुराचार करके, उसे गर्भवती बनाने और नवजात शिशु को जन्म देने तक की मजबूरी और पीड़ा देने का क्या संज्ञान लेती है।
- जानकारी के मुताबिक किशोरी की माँ ने इंसाफ पाने के लिए उसके सूचना फोन से महादेवा चौकी व रामनगर थानाध्यक्ष को किशोरी और उसके बच्चे को न्याय दिलाने के लिए गुहार लगाई है। सभी प्रकरण की दूरभाष पर सूचना पाकर थाना अध्यक्ष ने काबिले तारीफ स्पष्ट शब्दों में तहरीर मिलने पर किशोरी को न्याय दिलाये जाने की अडिग पुष्टि की है |