चेहरा भेद शून्य हो, पर कांतिमय होना चाहिए:- आरके विक्रमा शर्मा

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चंडीगढ़:- 18 अगस्त:- अल्फा न्यूज़ इंडिया प्रस्तुति:-चेहरा भेेेेद शून्य होना चाहिए। आपके चेहरे के ऊपर आने जाने वाले भावों को कोई पढ़ भी ना सके। और चेहरा एक खुली किताब की माकिफ होना चाहिए। कि जीवन की सारी व्यथा सच्चाई के साथ अक्षरत पढ़ी जाए। किसी से कुछ भी ना छुपा हो। यह विचार कलमकार आरके विक्रमा शर्मा ने चेहरे के हावभाव के एक अहम विषय पर बोलते हुए कहे। चेहरा खुली किताब या भेद शून्य विषय पर ऑनलाइन गुफ्तगू सम्पन्न हुई। अपने अपने स्तर पर अपने विचार व अनुभव  सांझा किए गए।
यह उद्गार वहीं से लिए गए हैं। और बताया है कि

1. ककड़ी को दूध में मिलाकर क्लींज़र की तरह उपयोग करें चेहरा चमकने करने लगेगा ।
2. ताज़े नारियल का पानी चेहरे पर लगाएं इससे त्वचा में चमक तो आएगी दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिल जाएगा ।
3. स्मूथ और चमकदार त्वचा के लिए शहद और दूध मिलाकर चेहरे पर लगाएं ।
4. एक चम्मच गुलाबजल में एक चम्मच दूध और दो तीन बूंदे नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं चेहरा चमक जायेगा ।
5. जीरे को पानी में उबाल लें इस पानी से चेहरा धोएं त्वचा चमकने लगेगी ।

6. चेहरा कांति मय हो और मुंह से भी बदबू ना आए। इसके लिए कभी-कभी जीरा चुटकी भर मुंह में रखकर चूसते रहिए। और मुंह में खुशबू का साम्राज्य बना रहेगा।

7. नाभि के आसपास का क्षेत्र पूरे शरीर को प्रभावित करता है इसलिए नाभि के आसपास बिल्कुल शांत स्वच्छ और शीतल साम्राज्य स्थापित कर रखें इसके लिए नियमित रूप से सिप सिप  करते हुए पानी का अधिक मात्रा में सेवन करना लाभप्रद रहता है।।

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