कढ़ी पत्ते में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तीनों गुण

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चंडीगढ़: 26 मई:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क :— भागदौड़ भरी जिंदगी में और मिलावट के दौर में खानपान ने सेहत तंदुरुस्ती का सही अर्थों में बेड़ा गर्क कर रखा है।। खानपान का एक सीधा सा फंडा सेक्टर 20 की डिस्पेंसरी के सीनियर डॉक्टर डॉक्टर जेपी बंसल सरल भाषा में समझाते हैं की हो सके तो कम से कम खाएं और अधिक से अधिक शारीरिक श्रम करके उसे बचाएं यह आपके लिए एक बेहतरीन टॉनिक से भी ज्यादा काम करेगा। और बाजार में आजकल जिस तरह के खाद्य सामग्रियां मिल रही हैं उनसे सावधान रहते हुए कोशिश की जाएगी घर का पका हुआ खाना ही खाया जाए और खाना आधा पका हो तो वह पौष्टिक तत्वों से भरपूर रहेगा खाना खाने और पानी पीने के बीच का अंतराल रखना सबसे बड़ी उपलब्धि होती है खाने के साथ पानी पीना मानो जहर पीने बराबर है। तली हुई चीजों का सेवन किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए ठीक नहीं है। दूसरा, आजकल तेल और घी वैसे ही गुणवत्ता से पौष्टिकता से कोसों दूर है।।

हमारे गुर्दे फेफड़े और अमावस्या किडनी या लीवर सभी का खानपान के साथ ही सीधा संबंध है सांप सुथरा ताजा और पूर्णतया पौष्टिकता लिए हुए भोजन का आहार करना ही बेहतर जीवन जीने की कला है। आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी मौली जागरां के डॉक्टर अरुण कपिला के मुताबिक देसी खानपान का मतलब ही लंबी और स्वस्थ जिंदगी जीना है लस्सी और दही का सही ढंग से रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग बढ़ा लें तो मानो जिंदगी में किसी वैद्य की कभी जरूरत ना पड़ेगी। आज पूर्णत हमारा खान-पान ही असंतुलित है नाश्ता दोपहर का खाना और फिर रात के लिए शाम का खाना इनमें उचित अंतराल बहुत जरूरी है एलोपैथी आयुर्वेदिक यूनानी होम्योपैथी हर चिकित्सा पद्धति में तली हुई चीजों से परहेज रखना अनिवार्य बताया गया है।।।।
तला हुआ भोजन  खाने से लिवर के इर्द-गिर्द चर्बी जमा हो जाती है। यह चर्बी आगे चलकर कई बीमारियों को बुलावा देती है। आज भारत में 10 में से 5 लोग फैटी लिवर के शिकार हैं। तली हुई चीज़ें खाना, एक्सरसाइज न करने और खान-पान में बर्ती असावधानी के कारण लोग इस बिमारी के शिकार हो रहे हैं। मगर कढ़ी पत्ते को आप अपनी डाइट में शामिल करके इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं कढ़ी पत्ते में पाए जाने वाले जरूरी तत्वों के बारे में…

*फैटी लिवर के लिए कढ़ी पत्ता कैसे है फायदेमंद*:
कढ़ी पत्ते में विटामिन ए और सी पाया जाता है। जो आपके लिवर को हेल्दी रखने में मदद करता है। जिनका लिवर कमजोर होता है, उनके लिए भी कढ़ी पत्ते का सेवन लाभदायक सिद्ध होता है।
*एंटी Obstacle गुणों से भरपूर*
कढ़ी पत्ते में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तीनों गुण पाए जाते हैं। लिवर के आसपास जमने वाली चर्बी एक तरह की काई जैसी होती है, जिसे एंटी-बैक्टीरियल द्वारा ही खत्म किया जा सकता है।

*कैसे करें सेवन*:—
-कोशिश करें हर सब्जी में कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल तड़के के रूप में करें।
-या फिर इसकी पत्तियों को सुखाकर 1 छोटा चम्मच सुबह और शाम को सेवन करें।
-बाजार में कढ़ी पत्ते का जूस भी मिल जाता है, आप चाहें तो वह भी पी सकते हैं।
-जूस अगर कड़वा लगे तो उसमें 1 चम्मच शहद मिला लें।

*फैटी लिवर से बचने के लिए खास टिप्स…*
-कम फैट और तेल घी युक्त भोजन लें।
-जरूरत से ज्यादा और कम कभी न खाएं, संतुलित भोजन करें।
-कैलोरीज जितनी हो सके उतनी कम लें।
-आलू, चावल और सफेद ब्रेड का इस्तेमाल कम करें।
-चीनी और अन्य मीठी चीजों का सेवन तुरंत छोड़ दें।
-धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें।
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साभार व्हाट्सएप यूजर से।।।।

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