कोरोनावायरस से बचाव उसी में छुपे सुझाव में है :- अमरजीत

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पंचकूला:- 20 अप्रैल:- हरीश शर्मा/ करण शर्मा:– देश दुनिया में फैली आतंक का और मौत का पर्याय बन चुके कोरोनावायरस महामारी एक ऐसा फलू है जो आगे से आगे अपना असर प्रचारित और प्रसारित करते हुए चैन का रूप लेते हुए सब को प्रताड़ित कर रहा है। भले ही इस पीढ़ी के लिए यह एक नई तरह का वायरस है। लेकिन इससे पहले भी इसी की श्रेणी से मिलते जुलते वायरस भारत में भी विदेशों से भ्रमण करते हुए अटैक कर चुके हैं। चाइना से तकरीबन 100 साल पहले स्पेन में इसी तरह के एक वायरस ने जनसंख्या के बड़े भाग पर वहां हमला बोला था। वहां पर अंग्रेजों के लिए भारतीय सैनिक भी चाइना के सैनिकों के साथ मिलकर प्रथम युद्ध की लड़ाई लड़ रहे थे। और जीत के बाद जब यह लोग वापिस इंडिया आए, तो अपने साथ एक भयानक किस्म का वायरस अपने साथ लेकर आए। और भारत में उस वक्त भी काफी हाहाकार मचा था। महात्मा गांधी भी इसकी चपेट में आए थे और राष्ट्रकवि दिनकर जी के परिवार के आधा दर्जन से ज्यादा लोग इसके अगोश में समा गए थे। तब ना तो परिवहन सुविधा थी, ना चिकित्सा जगत की कोई बड़ी उपलब्धि थी। तब सिर्फ आयुर्वेदिक के सहारे ही ना सिर्फ महात्मा गांधी ने बल्कि इस देश ने अपने आपको चाइना के उस जानलेवा वायरस से बचाया था। यह खुलासा पंचकूला के सेक्टर 11 के प्राचीन शिव मंदिर के संस्थापकों की प्रथम पंक्ति में अग्रणी भूमिका निभाने वाले समाज व धर्मरत पंडित रामकृष्ण शर्मा ने किया।

राधे राधे पंचकूला क्रिकेट कोच और हरियाणा प्रेस क्लब पंचकूला लिस्ट क्लब और पत्रकार एकता मंच पंचकूला के अवैतनिक सचिव और खासकर फाउंडर सेक्रेट्री जनरल हरियाणा स्पोर्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अमरजीत ने सभी खेल प्रेमियों सहित पंचकूला वासियों और देशवासियों को हाथ जोड़कर विनती की है कि देश हित में ही नहीं बल्कि अपनी जान-जहान के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी की एक एक बात का अक्षरत पालन करो। और स्वस्थ जीवन जिओ।। अमरजीत के मुताबिक कोरोनावायरस में ही इसका उपचार भी छुपा हुआ है।। उन्होंने कहा कि इंग्लिश के शब्द कोरोना का मतलब है  सी फॉर क्लीन योर हैंड्स, ओ फार ऑफ फ्रॉम गैदरिंग आर और रेज  यूअर  इम्यूनिटी,एन फार  नो टू हैंड शेक,  ए फॉर अवॉइड रयूमर्स। ‌

भारतीय आयुर्वेद में ही समस्त संसार के लोगों व्याधियों और नाना प्रकार की एलर्जी ओं आदि का सफल सरल और सहज उपलब्ध होने वाले इलाज हैं अतः इस महामारी से घबराने की नहीं बल्कि इसे लड़ने की इच्छाशक्ति साकारात्मक सोच और स्वच्छता सहित समय-समय पर निर्देशित की जा रही सावधानियों को जीवन में आत्मसात करना ही इस बीमारी का नाश है। अल्फा न्यूज़ इंडिया की पुरजोर गुजारिश है अगर इन्हीं चंद बातों पर गूढता से गंभीरता से अमल कर लिया जाए। तो कोरोनावायरस से जीवन पूर्णतया सुरक्षित बन जाएगा।

 

 

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