चंडीगढ़: 30 मार्च : आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:- सोहनी सिटी चंडीगढ़ में सोहने दिलो-दिमाग के लोग बसते हैं और सोहने कर्मों को अंजाम देने से पीछे नहीं हटते हैं। चंडीगढ़ में भी कोरोनावायरस महामारी के चलते 14 अप्रैल तक कर्फ्यू जारी रहेगा। ऐसे में दिहाड़ीदार रिक्शा चालक ऑटो चालक, कोठियों घरों में मेहनत मजदूरी करने वाले लोग बेरोजगारी का शिकार हो गए हैं। बेकार होकर घरों में कैद होकर रह गए हैं। ऐसे लोगों के लिए भले ही प्रशासन ने भी हर भूखे को रोटी का इंतजाम करने के दावे और वादे किए हैं। लेकिन यह अकेले प्रशासन के बस की बात नहीं है। इसमें अब सभी तरह के धर्म समाज की संस्थाएं और अनेकों दानवीर लोग आगे आए हैं। प्रवासियों का पलायन रुकने के पीछे सबसे बड़ा कारण यही है कि उनको अब तीन वक्त का खाना पका पकाया उनकी थाली में आ रहा है। इसी क्रम को अटावा गांव के युवा जसवीर सिंह बंटी अपने पिता भाग सिंह की प्रेरणा से अपने दोस्त मित्रों के साथ जारी रखे हुए हैं। भाग सिंह के मुताबिक जब तक दाते की मेहर रही तब तक यह क्रम जारी रहेगा। और हर भूखे को रोटी उसकी थाली में मिलती रहेगी हर रोज हजारों लोगों को भोजन करवाया जा रहा है। घर घर जाकर गली-गली जाकर यह भोजन खुद भाग सिंह जसवीर सिंह बंटी और नौजवान साथी तक्सीम कर रहे हैं।।
अल्फा न्यूज इंडिया को मिली जानकारी मुताबिक भाग सिंह पंजाब सरकार के पेंशनर हैं। और बेटे जसवीर सिंह बंटी के होटल व्यवसाय में उनका मार्गदर्शन और मोटिवेशन करते हैं। समाज सेवा में यह परिवार हमेशा आगे नजर आता है। संकट की इस घड़ी में भाग सिंह का परिवार तह दिल से दिहाडीदार जो अब बिल्कुल बेरोजगार होकर घरों में कैद हैं,इन का सार्थक सहारा बने हैं। इसी वजह से अटावा गांव में प्रवासियों का पलायन शत प्रतिशत रुका है। जसवीर सिंह बंटी ने कांग्रेस पार्टी के बैनर तले नगर निगम के पार्षद के लिए भी चुनाव लड़ा था। यही कारण है कि उनकी अटावा में घर घर में पूछ पहचान और अच्छी पैठ है। बकौल जसवीर सिंह बंटी आज हमारा दायित्व है कि हम इन लोगों का पलायन भी रोकें और इनको भरपेट खाना खिलाएं। क्योंकि वाहे गुरु ने हमें माध्यम चुना है, यह दाता की मेहर है।