चंडीगढ़/ पठानकोट : 27 मार्च:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क / कंवर रंधावा :— कोरोना वायरस के कारण पंजाब भर में सुरक्षा को मुख्य रखते लगाए गए कर्फ्यू के चलते प्रसाशन द्वारा हर चौराहे पर पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, तांकि पुलिस लोगों को इस कर्फ्यू में घर में रहने के लिए प्रेरित करे, जनता को बिना वजन बाहर घूमने से रोक सके। मगर सोचो कि जब कर्फ्यू के लिए तैनात पुलिस कर्मी ही नाके से गायब रहेंगे तो लोंगो को कोई कर्फ्यू का क्या मतलब समझ आएगा, ऐसा ही कुछ देखने को मिला आज सुबह 8 बजे पठानकोट के पीर बाबा चोंक में यहां चारों और चौराहा है और लोग बिना किसी डर के इधर से उधर घूम रहे थे क्योंकि लोगों को समझाने या रोकने वाला यहां कोई नहीं था।
ऐसा ही कुछ हाल पठानकोट-मनाली राष्ट्रीय मार्ग पर हिमाचल प्रदेश सीमा से सटे डलहौजी चौक में सुबह से दोपहर करीब एक बजे तक देखने को मिला, जहां चौक बिलकुल खाली था कोई भी पुलिस मुलाजिम वहां नहीं दिखाई दिया मात्र बैरी गेट वह भी इतने खुले थे कि गाड़ियां बिना रोक टोक आ जा रहीं थी। भले ही दो राज्यों को जोड़ने वाली सड़क पर महत्वपूर्ण चौक है जिसे चक्की पड़ाव चौक भी कहा जाता है। चौक पुलिस स्टेशन मामून कैन्ट से मात्र 50 मीटर की दूरी पर होने के बावजूद सुरक्षा रहत था। जिसे देख किसी प्रकार के कर्फ्यू का अभ्यास होना कठिन था।