विधवा मां व मेंटली रिटारडेड बेटे की मदद को आगे बढ़े पृथी सिंह और चमन लाल व इंस्पेक्टर हरमिंदर सिंह सेखों

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चंडीगढ़: 26 मार्च:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:– कुरौना वायरस के चलते शहर भर में कर्फ्यू पूरी मुस्तैदी और सख्ती से जारी है।। प्रशासन ने पुलिस नगर निगम और सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों व कर्मचारियों को लेकर जनता तक खाने पीने की वस्तुएं दूध ब्रेड फल सब्जियां आदि पहुंचाने के जोरदार दावे और वादे किए हैं। जिनकी महज चंद दिनों में ही खोखली पोल खुलने से जनता में भारी रोष और आक्रोश व्याप्त है। बहुत से लोग कर्फ्यू की चपेट में फंस चुके हैं जो बाहर से चंडीगढ़ में जरूरी कामों से आए हुए थे उन्हें भरपेट खाना तक नसीब नहीं हो पा रहा है। ऊपर से पुलिस की सख्ती और पिटाई सहित अपमान जिल्लत सहना मजबूरी बन चुकी है।।

मलोया  गांव में बाल्मीकि मंदिर के सामने मकान नंबर 27 में रहने वाली विधवा गीता और उसका मेंटली रिटारडेड और फिजिकली हैंडिकैप्ड बच्चे को खाने तक के लाले पड़े हुए हैं।। मोहाली वासी  हरमीत सिंह ने कर्फ्यू की मजबूरी के चलते  किसी चंडीगढ़ पुलिस अधिकारी और इलाके में राशन पहुंचाने की जिम्मेवारी संभाले  सरकारी कर्मचारी जे ई मिस्टर रतन जी  से उनके मोबाइल नंबर 9915701354 पर  भी बात की। लेकिन भूख से तड़पते मां बेटे तक पेट की भूख शांंत करने के लिए भोजन तो दूर अदद  दूध ब्रेड तक पहुुंचाने तक का भी  कोई नहीं  इंतजाम  हुआ।। हरमीत सिंह ने कॉल करके अल्फा न्यूज़ इंडिया से विधवा और उसके मजबूर बच्चे की मदद की बात की। अल्फा न्यूज़ इंडिया ने हिमाचल महासभा चंडीगढ़ के सेक्रेटरी व समाजसेवी पृथी सिंह को यह इंसानियत और नेक कार्य करने की बात कही क। सख्त अनुशासन पेट की प्रज्वलित भूख के आड़े  आता रहा। पृथी सिंह ने अपने मलोया वासी और दयालु प्रवृत्ति के कपड़े की दुकान चलाने वाले चमन लाल अग्रवाल से बात की कि आपके गांव में आपके पास लगते मोहल्ले में विधवा गीता और उसका अपाहिज बच्चा दाने-दाने को मोहताज है।। सरकारी भोजन की पहुंच तो दूर, उनकी कोई सुध लेने की जहमत भी नहीं उठा रहा है।। तभी मानवता प्रेमी और भगवान के आस्थावान चमन लाल  अग्रवाल ने वक्त की मारी विधवा गीता को दुकान से बुनियादी जरूरत का खाद्य राशन लेने का और उसका  बिल  खुद चमनलाल अग्रवाल द्वारा चुकाने का ठोस आश्वासन दिया।। उनके भाई लाली अग्रवाल ने भी दुख और अभाव के इस बुरे वक्त में गरीब लाचार गीता और उसके बच्चे की हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया।।

खबर लिखे जाने तक पुष्ट सूत्रों से पता चला कि गीता राशन की दुकान तक कर्फ्यू में तैनात पुलिस के कड़े तेवरों के भय से नहीं पहुंच पाई है नती जन उसे आज भी अपने बच्चे साइट भूखे पेट ही सोना पड़ेगा जबकि चंडीगढ़ प्रशासक और सलाहकार के मुताबिक शहर का कोई भी इंसान भूखे पेट नहीं सोएगा तब तक राशन या पका हुआ खाना जो कि महज ₹10 कीमत में उपलब्ध रहेगा या गरीब लाचार असहाय के लिए निशुल्क रहेगा सब कागजी फरमान बनकर ही रहते नजर आए। 

कड़वी सच्चाई यह भी देखने में आई कि पुलिस अधिकारी जो पुलिस के वाहनों पीसीआर मोटरसाइकिल आदि पर सवार होकर सख्त ड्यूटी दे रहे हैं अपनी जेब से खाना खरीद कर अपने इलाके के फुटपाथ ऊपर जीवन बसर करने वालों को खिला रहे हैं। और दूसरी तरफ यही वर्दी एक लाचार भूख से व्याकुल विधवा और उसके अपाहिज बेटे को अपने ही पड़ोस से भोजन तक लेने से रोके हुए हैं।।

उक्त खबर को लास्ट टच देने से चंद सेकेंड पहले ही खबर मिली है कि मलोया पुलिस स्टेशन के पूर्व एसएचओ जो कि अब क्राइम ब्रांच में तैनात हैं इंस्पेक्टर हरमिंदर सिंह सेखों ने एक्साइज इंस्पेक्टर हरमीत सिंह के बताने के बाद विधवा गीता और उसके मेंटली रिटारडेड और फिजिकली हैंडिकैप्ड बच्चे के लिए आटा चावल दूधऔर कुछ जरूरी खाद्यान्न राशन अपनी जेब से बिल भर कर पहुंचाया है।।

चंडीगढ़ पुलिस के सेक्टर 26 पुलिस थाना के  इंस्पेक्टर रामरतन शर्मा अपने दल बल के साथ कर्फ्यू के दौरान ड्यूटी पर चलते हुए शोरूमज के बाहर बरामदों में जीवन बसर करने वाले बूढ़े गरीब लाचार बेआसरा लोगों को भी शुद्ध पानी से हाथ धुलवाते और फिर भोजन करवाते सैनिटाइजर से उनके हाथ धुलवाते देखे गए। जिससे कि और पुलिस वालों ने भी ऐसे लाचार लोगों की मदद की भरपूर सफल कोशिश की है। जिसकी सर्वत्र दिल खोलकर प्रशंसा हो रही है और वर्दी की इंसानियत को सलाम ठोके जा रहे हैं।।

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