चंडीगढ़ 19 मार्च अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क :— कोरोना वायरस चीन के बाद अमेरिका इटली और इरान में सबसे अधिक भयावह रूप अख्तियार कर चुका है भारत में भी वायरस ने अपने तेवर तेजी से चने शुरू कर दिए हैं दो प्रांतों की राजधानी चंडीगढ़ में भी इसके मरीजों की तादाद बढ़ने से प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट और अन्य एजेंसियों के हाथ पांव फूलने स्वभाविक है सोशल मीडिया पर इसके लक्षणों और इससे बचने के उपायों सहित सावधानियों का भी विक्रम हो रहा है लेकिन बहुत से पोस्ट जनता को गुमराह करने वाले ही लोड हो रहे हैं रिवर न्यूज इंडिया अपने सुधी पाठकों के लिए कोरोना भारत के विरुद्ध एक पहल करते हुए बताता है कि यह वायरस लाइलाज है इसमें सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है और जितने भी राष्ट्रीय सर सर इसकी मौजूदगी को लेकर घोषणा हो रही हैं उन पर अमल करना लाजमी है।। कोरोना वायरस कोविड 19 के लक्षण कैसे पहचाने जाएं और इस जानलेवा वायरस से किस तरह से बचा जाए इस पर यूट्यूब सामग्री पाठकों की नजर की जा रही है यह संक्रमित वायरस है और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के ही माध्यम से आगे बढ़ता है और इसके पूर्ण के लक्षण निमोनिया बुखार की ही वाकिफ होते हैं डॉक्टर जेपी बंसल सिविल डिस्पेंसरी सेक्टर 20 चंडीगढ़ और आयुष डिस्पेंसरी सेक्टर 28 चंडीगढ़ के वरिष्ठ डॉक्टर राजेश कपिला से मिली सांझी जानकारी मुताबिक कुरौना वायरस के लक्षण बिल्कुल सामान्य और आम बुखार आदि के लक्षणों से मेल खाते हैं इसे थोड़ा समझना आम व्यक्ति के लिए दुश्वार सा है शुरू में सिर दर्द और सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है जिनके आती हैं खांसी से गले में खराश बढ़ती है और फिर बुखार धीरे-धीरे तेजी पकड़ता है बमन की भी शिकायत देखी जाती है और इसका प्रभाव इतनी तेजी से शरीर पर असर करता है कि देखते ही देखते किडनी फेल हो जाती हैं चमड़ी रोगों के विशेषज्ञ रिटायर्ड डॉक्टर रमेश कुमार जिंदल के मुताबिक कोरोना वायरस आमतौर पर एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जगह बनाता है यह खुली हवा में सीखने और खास ने से दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करता है इसके संक्रमित व्यक्ति के निजी संपर्क में उसे छूना है उसे हाथ मिलाना भी वायरस को पनपने में बखूबी मौका देता है कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी सामान या किसी भी सदस्य को छूना या फिर बिना हाथ धोए अपने नाक में आंखों को चुना इस वायरस को फैलाता है सिविल अस्पताल सेक्टर 45 स्थित आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी के डॉक्टर अरुण कपिला और मेडिसिन डॉक्टर मिसेज एंड अवनीत कौर के मुताबिक हर व्यक्ति को अपने हाथ सावन से कम से कम 15 से 25 सेकंड तक खूब मलमल कर धोने चाहिए अल्कोहल युक्त हैंड्रब साफ कर सकते हैं खान से उठते वक्त नाक और मुंह को टिशू रुमाल या फिर अपनी को मोड़ कर मुंह को दबाकर खाना चाहिए सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हो उनसे उचित दूरी हमेशा बनाए रखें जिस और वह सांस छोड़ रहे हो उस दिशा से दूसरी दिशा में खड़े रहे और हो सके तो मास्क प्रयोग में लाएं।।
कोरोना वायरस को सोशल नेटवर्किंग पर खूब दुष्प्रचार और अफवाहों का बाजार गर्म है हमें अफवाहों से बचना चाहिए और दूसरे नासमझ लोगों को भी जागरूक करना चाहिए क्रोना के खिलाफ अफवाहों में मुख्यतः प्रसारित और प्रचारित होने वाले तथ्य है कि क्रोना वायरस गर्मी बढ़ने पर खत्म हो जाता है करवाना वायरस ठंड बढ़ने पर तेजी से बढ़ता है गर्म पानी में नहाने से यह वायरस फैलता नहीं है और यह मच्छरों से भी फैल सकता है इस संदर्भ में कोरोना वायरस सुगधी से बचने के लिए सुरक्षित साहब और अंतत बेहतरीन क्वालिटी का मास्क पहनना चाहिए मुंह और नाक के ऊपर मास पूरी तरह से स्क्रीन से सटा होना चाहिए मास्क लगाते वक्त उसे नीचे की तरफ खोलना चाहिए 24 घंटे में कम से कम 3 या 4 मार्च तक बदल लेना बेहतरीन बचाव है एक बार इस्तेमाल किया हुआ मास्क भूले से भी फिर यूज ना करें और मास्को अपने चेहरे से रिमूव करने के बाद अच्छे साबुन से हाथ मलमल कर दे या हाथों को सैनिटाइज कर लेना चाहिए।।
भारत देश में एलोपैथी यूनानी आयुर्वेदिक होम्योपैथी अनेकों इलाज करने की विधाएं प्रचलित हैं इस देश में जादू टोने धार्मिक अनुष्ठान तांत्रिक विद्या झाड़-फूंक जैसे नुक्ते और देसी नुस्खे ऐसे घातक वायरसों से स्वास्थ्य दीर्घायु रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।।