चंडीगढ़ 16 सितंबर : अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क:—सरकारी अदायरे अफसरों-नेताओं की गलत नीतियों व शोषणों के चलते अपाहिज हो रहे हैं। देश की बीएसएनएल दूरभाष संचार सेवा का देखते-ही-देखते बेड़ा गरक किया जा रहा है। मुलाजिम बेबस पिस रहे हैं।ऊपर से अफसरों-नेताओं की व दूसरी ओर उपभोक्ताओं की फटकार सहने को बेबस हैं। कहीं कोई सहारा नजर नहीं आ रहा है।
चंडीगढ़ बीएसएनएल के कर्मचारियों की हर जी तोड कोशिश बेकार तो नहीं पर अर्थपूर्ण भी नहीं है। ब्राड बैंड सर्विस से उपभोक्ता वर्ग बुरी तरह से पीड़ित हैं। 0172-2645326 नंबर उपभोक्ता ने निर्धारित स्पीड नहीं मिलने पर डिस्कनेक्ट करवाया था।पर बीएस एन एल अधिकारी के पुनः प्रयास से उपभोक्ता ने यही सेवा ठोस सकारात्मक सोच के साथ शुरू करवाने का जोखिम लिया। जो तीन चार दिन बाद भी जोखिम ही बना रहा ।16mbps स्पीड आज तलक उपभोक्ता को नसीब नहीं हो पाई। हताश निराश हो कर उपभोक्ता ने भरे मन से फिर बीएसएनएल डिस्कनैकट करवाया और एयरटेल सेवाएं लीं। लेकिन जो आर्थिक व मानसिक तनाव व हानि उठानी पड़ी उसकी भरपाई कौन करेगा कब तक और किस रूप में करेगा इसका जवाब देने के लिए कोई जिम्मेदार व जवाबदेह अधिकारी उपलब्ध नहीं है। स्पीड के बाबत जब जानकारी ली जाती तो वस्तुस्थिति सुन कर उपभोक्ता सुन्न हो जाता है। फाईल वह फोटो डाउनलोड करने के लिए स्पीड महज kbps स्पष्ट की जाती है। दुर्भाग्यवश आज देश पर एकछतर राज करने वाली बीएसएनएल अपने मेहनती कर्मचारियों को तनख्वाह देने में भी आर्थिक निर्भरता के मामले में दूसरी पाकिस्तान नजर आती है।