लखनऊ : 15 जून : अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क :—आर एस एस (RSS) से जुड़े गौरक्षक पेशे से वक़ील धर्मेंद्र कुमार सोमवंशी ने तीन दिन तक नाबालिग़ भांजी (12 साल) से किया दुष्कर्म !
पॉक्सो ऐक्ट के तहत हुआ गिरफ़्तार !
यह डीके सिंह हैं, संघ के स्वयंसेवक हैं, धर्म-संस्कृति के पक्के ठेकेदार हैं, वामी/कांगी को सभ्यता/संस्कृति का पाठ भी पढ़ाते हैं, महिला दिवस की बधाई भी देते हैं, भाजपाई मंत्रियों से उठना बैठना भी है,पेशे से वकील हैं।
मगर रुह काँप जाती है पढ़कर कि एक मासूम बच्ची जो गर्मी की छुट्टी बिताने अपने ननिहाल आती है, उसका मामा यानी यह वकील D K S ingh शाम होते ही उसका शरीर नोंचना शुरू करता है । सूरज के डूबने के साथ उस मासूम का खौफ किस कदर तकलीफ देता रहा होगा जैसे उसने तीन रातें झेंलीं, किसी तरह उसने घर फोन किया कि हमे यहां से ले चलो। घर पहुँचकर उसने माँ को आपबीती बतायी । परिवार ने इस दैत्य के खिलाफ एफआईआर करवायी। पुलिस ने गिरफ्तार किया।
बाहर एक तख्ती झूल रही है
बेटी पढ़ाओ , बेटी बचाओ !
मगर अलीगढ़ की घटना पर जमीन/आसमान एक कर देने वाले भक्त/गोदीमीडिया सब चुप हैं। न ही धर्म खतरें में है, न संस्कृति, ऐसे हैवानों के खिलाफ कोई नारा भी नहीं सुनाई पड़ रहा।
इतना सेलेक्टिव कैसे होते जा रहे हैं हम
अलीगढ़ की घटना पर भी कहा था फिर कह रहा हूँ कि अपराधी का कोई जाति/धर्म नहीं होता लेकिन
क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़े बताते हैं सामान्यतः और विशेषकर बाल यौन शोषण के मामले में हमलावर #परिवार में से या बच्चे के #नज़दीकी लोगों ,#पहचान के लोगों में से एक होता है। भारत में हर 15 मिनिट में एक बच्चा शोषण का शिकार होता है। साल 2014 से 2016 के बीच पोक्सो (Protection of Children from Sexual Offences Act) एक्ट के तहत एक लाख चार हज़ार नौ सो 76 मामले दर्ज़ हुए।
इसलिए नफरत फैलाने के बजाय सचेत रहने/इस विचार से/मानसिकता से संघर्ष की जरूरत है।
Sudhanshu Bajpai की वाल से। खबर की विश्वसनीयता पर पुष्टी करके हो अमल ।।