राजीव गांधी सिक्खों के नरसंहार पर बिना सुरक्षा क्यों घूम रहे थे – सिंह
चण्डीगढ़ :12 मई : (ALPHA NEWS INDIA desk) ;— 1984 में सिक्खों के नरसंहार पर स्व. राजीव गांधी के मित्र सैम पित्रोदा के हाल ही में बयान च्च्हुआ तो हुआज्ज् से साफ जाहिर होता है कि उस समय बेकसूर हजारों सिक्खों की निर्ममता से हत्या करने के पीछे कांग्रेस पार्टी की सोची समझी साजिश थी। जब सिक्खों को चुन-चुन कर मारा जा रहा था, तब राजीव गांधी स्वयं बिना सुरक्षा के पूरी दिल्ली में घूम रहे थे। आखिर वे ऐसा क्यों कर रहे थे इस पर भी सवालिया निशान है।ज्ज् यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आर पी सिंह ने चण्डीगढ़ कार्यालय कमलम सैक्टर 33 में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहे। उनके साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, भाजपा-आकली प्रत्याशी किरण खेर, प्रदेश प्रवक्ता धीरेन्द्र तायल व गुरप्रीति सिंह ढिल्लों व मीडिया विभाग के इंचार्ज रविन्द्र पठानिया उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि इस नरसंहार में मुख्य व्यक्ति एच के एल भगत को तो राजीव गांधी की सरकार ने समय उपहार स्वरूप तीन-तीन मंत्रालय और जगदीश टाइटलर को 2 तो सज्जन कुमार को एक मंत्रालय इस जघन्य अपराध करने के लिए तोहफे में प्राप्त हुआ। उस समय चारों तरफ दहशत का आलम था। ऐसे में इस नरसंहार में मारे गए लोगों की अधिकारिक पुष्टि के खिलाफ स्व. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कांग्रेस पार्टी की निंदा करते हुए 3400 सिक्खों के मारे जाने की बात उठाई। उस समय कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने इस नरसंहार पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा बयानबाजी करने से सिक्खों की भावनाओं को आघात लगा। यह भारतीय जनता पार्टी की ही कोशिशों का परिणाम है कि सरकारी वकीलों ने सज्जन कुमार को सजा दिलवाई।
उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार जिसने 35 वर्षों में सिक्खों को न्याय दिलाने की पहल की वहीं कांग्रेस पार्टी के तत्त्कालिन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने कहा जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। और वहीं उनके पुत्र राहुल गांधी रात को 1.30 बजे श्री हरमंदिर साहब में माथा टेकने पहुंचते हैं। आखिर इस जघन्य नरसंहार के लिए उनके परिवार ने सिक्खों से माफी क्यों नहीं मांगी। इतना ही नहीं एच के एल के करीबी किशोरी लाल जिसने कसाई के चापड़ से 7 सिक्खों का कत्लेआम किया ािा जिसको फांसी की सजा सुनाई गई बाद में शीला दिक्षित की सरकार के समय किशोरी लाल की फांसी की सजा को उम्र केद की सजा में तबदिल कर दिया गया। एक आदमी ने जल्लाद के चाकु से 7 सिक्खों को मारा उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिये ऐसे इंसान के साथ दरिया दिली क्यों?
आर पी सिंह ने मांग की कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सिक्खों की धार्मिक परम्परा के आधार पर श्री हरिमंदिर साहिब के श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होकर निर्दोष सिक्खों की हत्या पर माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दुनिया के हर देश में शुरू नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाने की पहल कर रही है और गुरू नानक देव जी के उपदेशों को यूएनआईसीए से मिलकर संसार की सभी भाषाओं में प्रकाशित करवाने जा रही है। करतारपुर साहिब का कोरिडोर जो खोला उसकी पहल भी भाजपा सरकार ने ही की। हमारे प्रयासों का नतीजा है कि आज भारतीय सिक्ख करतारपुर साहिब के दर्शन करने जा सकते हैं।