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चंडीगढ़ नई दिल्ली 26 नवंबर 2025 अनिल शारदा पंकज राजपूत प्रस्तुति–-देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर प्रदर्शनकारी तथाकथित स्टुडेंट्स खूब फूहड़ता भरी हुल्लड़ बाजी और बदतमीजी कर रहे हैं । राजधानी दिल्ली में हिड़मा अमर रहे के नारे माओवादियों के समर्थन में जमकर नारेबाजी करते प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन की आड़ में मोदी और नई दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री को टारगेट करने पहुंचे थे। तथाकथित स्टुडेंट्स…देश की राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट में नक्सली लीडर माड़वी हिड़मा और नक्सलियों के समर्थन में शनिवार को नारे लगे। इंडिया गेट में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शन कारियों के गुट ने हिड़मा और माओवादियों की नीति को सही बताया। इस दौरान हिड़मा अमर रहे के नारे भी लगाए गए। प्रदर्शनकारी छात्रों की इस हरकत के बाद ड्यूटी में मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने एक्शन लिया। 12 से ज्यादा छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।। इन प्रदर्शनकारियों की ओछी मानसिकता व हरकतों की सर्वत्र निंदा हो रही है। देश के प्रधानमंत्री का पद गरिमामय प्रभावशाली पद है। प्रधानमंत्री पद के विरुद्ध किसी प्रकार का अशिष्ट शब्दावली और दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।। आज की नौजवान युवा पीढ़ी ने ऐसे प्रदर्शनकारियों पर नकेल कसने की अनिवार्यता पर बल देते हुए कानूनन सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है। पिछले शनिवार हुए घाटे इस घटनाक्रम पर देश का बुद्धिजीवी समाज स्तब्ध है।। इस पूरे घटनाक्रम पर देश की जनता इसको वामपंथियों का वमन बता रही है। बुद्धिजीवी वर्ग का प्रदर्शन कार्यों से सीधा सवाल है की पिछली सरकार के समय में बीते वर्षों में दिल्ली में जहरीला प्रदूषण जिंदगियों पर सर चढ़ कर बोला। तब यह तथाकथित प्रदर्शनकारी स्टूडेंट कहां छुपे हुए थे???? और देश में अराजकता और असुरक्षा की भावना हिंसक वातावरण बनाए रखने वाले उक्त नक्सलवादी का साथ किसी षड्यंत्र के तहत दे रहे हैं। हैरत और शर्म की बात है कि कांग्रेस सहित तमाम वामपंथी दलों को सांप सूंघ गया है।।


