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चंडीगढ़ मुंबई 24 नवंबर 25 आर विक्रमा शर्मा अनिल शारदा अरुण कौशिक प्रस्तुति —- जाने वाले लोग जा कर भला कब वापस आते हैं।।।।। यह झूठ है कि।।।।।। जाने वाले हो सके तो लौट के आना ए लोट के आजा मेरे मीत यह सब गीत दिल को झूठी तसल्ली देते हैं सच है तो यही कि जीना यहीं मरना यहीं।।।। इसी कहावत को चरितार्थ किया है पंजाब के साहनेवाल के गरम धरम या धरम भा जी बोले तो धर्मेंद्र देओल।।

पहले खबर आई धर्मेंद्र की दुनिया से रुखसत हो गए शुक्र वाहेगुरु का अआज के सोशल मीडिया का यह कला मुंह था जिसने बुरा शब्द ही बोला था और धर्मेंद्र जी अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आ गए थे लेकिन कहते हैं कि मुंह से एक बार 24 घंटे में सच भी निकलता है। तो आखिर धर्मेंद्र जी ने भौतिक संसार को छोड़कर स्वर्ग की और कूच किया। आज की तारीख में धर्मेंद्र जी हैं,,,, से अब धर्मेंद्र जी थे,,,, हो गए हैं।।

शोले फिल्म की जय वीरू की जोड़ी यानि अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र।। अमिताभ बच्चन स्तब्ध रह गए। वीरू के जाने पर जय ने एक पोस्ट की…”एक और वीर महापुरुष हमें छोड़कर चले गए.. अखाड़े से चले गए.. अपने पीछे एक असहनीय ध्वनि के साथ एक सन्नाटा छोड़ गए..धरम जी.. 🙏 🙏🙏.. महानता के प्रतीक, जो न केवल अपनी प्रसिद्ध शारीरिक उपस्थिति के लिए, बल्कि अपने विशाल हृदय और अत्यंत मनमोहक सादगी के लिए भी जाने जाते हैं…. वे अपने साथ पंजाब के उस गाँव की मिट्टी की मिठास लेकर आए थे जहाँ से वे आए थे, और उसके स्वभाव के प्रति सच्चे रहे.. अपने गौरवशाली करियर के दौरान बेदाग, एक ऐसी बिरादरी में जिसने हर दशक में बदलाव देखे…. बिरादरी में बदलाव आए.. उसमें नहीं..उसकी मुस्कान, उसका आकर्षण और उसकी गर्मजोशी, जो उसके आस-पास आने वाले सभी लोगों तक फैल गई.. पेशे में एक दुर्लभता…. हमारे आस-पास की हवा खाली हो गई है…. एक शून्य जो हमेशा खाली ही रहेगा…. प्रार्थनाएँ 🛕 🙏
अल्फा न्यूज़ इंडिया बॉलीवुड के जांबाज, हमदर्द और मिट्टी से जुड़े इंसान धर्मेंद्र देओल गरम-धरम जी के अज्ञात लोक को जाने पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

