प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में ही भौतिक जीवन का अस्तित्व

Loading

चंडीगढ़ 22/08/2025 आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा —प्रकृति के साथ जितनी भी छेड़छाड़ की जा रही है। वह कहीं-न-कहीं सरकारी शह का भी साथ है। कितनी बार इन बरसातों में बादल फटने से जान माल की बेशुमार तबाहियों ने सकारात्मक सोच का रास्ता साफ कर दिया है। उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में शुक्रवार की आधी रात के बाद बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई. इस घटना से थराली कस्बे, आसपास के गांवों और बाजारों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. भारी बारिश और मलबे से कई घरों, दुकानों और सड़कों को नुकसान पहुंचा है. प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.बादल फटने का सबसे ज्यादा असर थराली बाजार, कोटदीप और तहसील परिसर में देखने को मिला. यहां तहसील परिसर, एसडीएम आवास और कई घरों में मलबा घुस गया. तहसील परिसर में खड़ी कई गाड़ियां मलबे में दब गईं. कस्बे की सड़कों पर इतना मलबा भर गया कि वह तालाब जैसी नजर आने लगीं. पास के सागवाड़ा गांव में मलबे के कारण एक युवती की दबकर मौत हो गई.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

527158

+

Visitors