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नई दिल्ली 15 जुलाई 2025 अल्फा न्यूज़ इंडिया ब्यूरो—- हिंदू और सिखों को काफिर कहने और मानने वाले और काफिर कहकर कत्ल करने वाले इस्लाम कुरान पाक के मुसलमान हिंदुओं और सिखों के धर्म और नामों पर अपनी रोजी रोटी चलकर अपनी नस्ल पाल रहे हैं। जिससे नफरत है कुरान में जिनको काफिर कहा गया है उन्हीं के बलबूते इन लोगों की रोजी-रोटी चलती है। यानी जिसका खाना उसी को बर्बाद करते जाना। यह इस कौम मजहब की खासियत है। नया मामला नई दिल्ली का सिख पंथ के गुरु कृपा के नाम पर पुरानी दूसरे वाली दुकान का सामने आया है। ऐसे देश भर में लाखों दुकानदार होंगे, जो इस्लाम कुरान पाक मानने वाले मुसलमान हैं। लेकिन रोजी-रोटी के लिए हिंदुओं के देवी देवताओं और हिंदुओं के नाम के साथ-साथ सिखों को काफिर कहने वाले यह मुसलमान सिख गुरुओं के नाम पर उनकी आड़ में अपनी रोजी-रोटी की दुकान इंडस्ट्रीज आदि चला रहे हैं इसकी भरपूर जांच होनी चाहिए और एक्शन लेना चाहिए।
*चाँदनी चौक फव्वारा चौक पर शीशगंज गुरुद्वारे के ठीक सामने दुकान है “गुरु कृपा डोसा कॉर्नर” के नाम से मालिक का नाम है “अनवर ख़ान”. खूब लाइन लगके गुरु किरपा नाम देखकर ग्राहकों की भीड़ खाती है। और कही भी कोई सबूत नहीं है कि ये मुस्लिम की दुकान है। बोर्ड देख लो नाम है गुरु कृपा डोसा कॉर्नर और सिख निशान खंडा साहब भी लगा रखा है । इसे अपने धर्म की पहचान क्यों छिपानी पड़ रही है। पब्लिक अब तो समझ सकते है ।। जागरूक बनें इसे शेयर करें । जिसको हम के यह कतर दुश्मन रहे हैं और काफ़िर मानते हैं उन्हीं के धर्म के नाम पर दुकान चला रहे हैं कैसी भी शर्म कौन है एहसान फरामोश कौन है क्योंकि जिनका खा रहे हैं उन्हें को काफर बता रहे हैं यह कैसा मजहब है। पूरी दुनिया जानती है कैसे इनका फिर मुसलमान ने सिखों के गुरु गोविंद सिंह जी के पूरे खानदान को ही कत्ल कर डाला था चार मासूम बच्चों की निर्दयता से कत्ल कर दिया था।।।


