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चंडीगढ़ सोलन 13 जुलाई 25 आर विक्रम शर्मा हरीश शर्मा अश्विनी शर्मा— सावन मास में वैसे ही मूसलाधार बरसाती का पुरजोर रहता है। लेकिन आजकल हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में इंद्र देवता का प्रकोप कुछ बहुत ही उफान पर है। अनेकों बड़े पहाड़ दर्क रहे हैं। महज 24 घंटे में 17 बार बादल फट रहे हैं। और घर खेत खलिहान पूरे के पूरे पहाड़ ही बाढ़ में बह जाने से अनेकों गांव अपना नामो निशान मिटा चुके हैं। दर्जनों लोग बे मौत मारे गए हैं। अनेकों मवेशी बाढ़ की चपेट में बह गए हैं। बड़े प्रोजेक्ट्स और बड़े पुल तक बाढ की चपेट में बहाने से जनसंपर्क तक अस्त व्यस्त हो गया है बिजली व्यवस्था तप हो गई है। यहां तक की जो लोग वहां बचे हुए हैं उनको भोजन तो दूर की बात पीने को पानी तक भी उपलब्ध नहीं हो रहा है। आज शाम को सिरमौर में हरिपुर धार में भारी-भरकम भूस्खलन हुआ है। कुपवी सड़क बंद कर दी गई है। पहाड़ी का भूस्खलन होने से दो कार्य भी चपेट में आ गई है। लेकिन खुशकिस्मती से जानी नुकसान नहीं हुआ। लेकिन गाड़ियों को क्षति पहुंची है। स्थानीय लोगों को हिदायत दी गई है कि बेहद जरूरी काम के बिना बाहर निकलने से परहेज करें। और बाहर से घूमने आने वाले प्रेरकों को भी हिदायत दी गई है कि अभी तब तक हिमाचल प्रदेश यह किसी भी पहाड़ी एरिया में ना जाए जब तक हालात ठीक नहीं हो जाते यानी बरसात का मौसम पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।।


