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चंडीगढ़ 20.05.2025 आरके विक्रमा शर्मा हरीश शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति—- वैभव लक्ष्मी की प्रसन्नता हेतू 🪷**🌹 रविवार, सप्तमी, नवमी, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण का दिन छोड़कर बाकी के दिनों में आंवले का रस शरीर पर लगाकर नहाने से घर में समृद्धि बढ़ती है..**🌹 देशी गाय का दूध पानी में डालकर और देशी गाय के दूध से बने दही को शरीर पर रगड़कर नहाने से लक्ष्मी की प्रसन्नता मिलती है, घर में बरकत होती है और जीवन के कष्ट कम हो जाते हैं ।**🪷 खाज (Pruritis) – 🪷*➡ *पहला प्रयोग – आँवले के 2 ग्राम चूर्ण को 1 लीटर पानी में भिगोकर उसका पानी लगाने से तथा पूरे दिन वही पानी पीने से खाज में लाभ होता है ।*➡ *दूसरा प्रयोग – सफेद ऊन की राख को गाय के घी में मिलाकर खाज पर लगाने से लाभ होता है ।*➡ *तीसरा प्रयोग – पुराने खाज (विचिर्चिका) में डामर का लेप उत्तम दवा है ।**डामर लगाकर पट्टी बाँधकर चार दिन के बाद खोलकर पुनः पट्टी बाँधें, ऐसी तीन पट्टियाँ बाँधें.. चौथी पट्टी बाँधने के बाद एक सप्ताह बाद पट्टी खोलें तो खाज पूर्णतः मिट जायेगी ।*🪷 वास्तु शास्त्र विशेष -🪷*🏡 *घर के अन्य स्थानों की बजाए रसोई घर में बैठकर खाना खाने से घर में राहु का प्रभाव कम होता है और सुख शांति बनी रहती है ।** वायु के सर्व रोग – **🌹 काली मिर्च का 1 से 2 ग्राम पाउडर एवं 5 से 10 ग्राम लहसुन को बारीक पीसकर भोजन के समय घी-भात के प्रथम ग्रास में हमेशा सेवन करने से वायु रोग नहीं होता ।**🌹 5 ग्राम सोंठ एवं 15 ग्राम मेथी का चूर्ण 5 चम्मच गुडुच (गिलोय) के रस में मिश्रित करके सुबह एवं रात्रि को लेने से अधिकांश वायु रोग समाप्त हो जाते हैं ।**🌹 यदि वायु के कारण मरीज का मुँह टेढ़ा हो गया हो तो अच्छी किस्म के लहसुन की 2 से 10 कलियों को तेल में तलकर शुद्ध मक्खन के साथ मिलाकर, बाजरे की रोटी के साथ थोड़ा नमक डालकर खाने से मरीज का मुँह ठीक हो जाता है ।*🙏🌹


