अव्यवस्था और अनियमिताओं का दूसरा नाम डिस्पेंसरीज के बाद इ सम्पर्क सेंटर्स का
चंडीगढ़ ; सितम्बर ; आरके विक्रमा शर्मा /एनके धीमान ;—-शहर भर में अव्यवस्था और अनियमिताओं से तो पब्लिक डीलिंग्स के अदायरोँ का लगता चोली दामन का साथ बन चूका है ! शहर भर की डिस्पेंसरीज अपने लकवाग्रस्त सिस्टम से लड़ रही है ! डिपेंसरीज में कार्यरत डॉक्टर्स व् प्रभारी बुनियादी व्यवस्थाओं के लिए सूचित कर कर के परेशान हो चुके है ! ऊपर से छुटभैया लीडर्स और कथित मीडिया वाले धमकाने का कोई अवसर नही चूकते हैं ! पर क्या मजाल आला अधिकारियों के कान पे जूं भी रेंग जाये !
और अब शहर में स्थित इ सम्पर्क सेंटर्स भारी अव्यवस्था और अनियमिताओं का अड्डा बन चुके हैं ! मनमर्जी का आलम ये कि कई महत्वपूर्ण सेक्टरों में स्थापित सेंटर्स अपनी मनमर्जी से खुलते और बन्द होते हैं ! भले भी सीनियर नागरिक और अन्य उपभोक्ता आदि ठीक निर्धारित वक़्त पर ताले लगे दरवाजे के आगे कतारों में डट जाते हैं ! कई सेंटर्स पर प्रशासन ने पब्लिक की सहूलियत के लिए आधार कार्ड बनाने की समुचित
व्यवस्था हर सेक्टर या हर इ सम्पर्क सेंटर प् उपलब्ध करवाई है ! पर सेंटर्स के प्रभारी कई सियासी पुराधाओं के तो कई ब्यूरोक्रेट्स के नजदीकी हैं तो परवाह करता कि लाइन में कौन सवेरे से खड़ा है ! अल्फा न्यूज़ इंडिया के
कैमरामैन द्वारा निर्धारित टाइम पर न खुलने वाले उक्त इ संपर्क सेंटर की फोटो खींची तो पब्लिक के चेहरे पर सन्तुष्टि के भाव दिखे कि अब जल्दी ही यहाँ सुधार की बयार बहेगी ! सीट पर बैठते ही और प्रेस फोटोग्राफर द्वारा बन्द सम्पर्क सेंटर की फोटो खींचने की बात पता चलते ही आपस में कानाफूसी शुरू हो गई और उपस्थित उपभोक्ताओं के सामने देरी के लिए अपने अपने एक्सक्यूज देते सुनाई दिए !