बन्दा सिंह बहादुर को बुड़ैलियों ने किया स्मरण,नहीं खुर्द पुर्द होने देंगे विरासत ; करनवीर राणा
चंडीगढ़ ; 11 सितम्बर ; आरके विक्रमा शर्मा /करण शर्मा ;—-कौम के सुरमे हमेशा इतिहास रचते हैं और समाज को सुरक्षित सेंध [दिशा] देते हैं जिसको सहेजने और संरक्षण का जिम्मा भावी पीढ़ी निभाती है ये विचार बुड़ैल के युवा कांग्रेसी सचिव करनवीर राणा रिट्टी ने सिख कौम के सबल और शूरवीर सिंह जरनैल बाबा बन्दा सिंह बहादुर को समर्पित शोभा यात्रा आयोजित वेला पर सांझे किये ! बुड़ैल विश्व मानचित्र पटल पर अपनी ऐतिहासिकता और पौराणिकता का सानी नहीं रखता है ! बुड़ैल के किले पर जब मुगलों का कब्जा था तो पंजाब में सिख कौम के लिए सुरक्षा का दीवार और मुगलों के लिए संहार की आंधी बन चूका बन्दा सिंह बहादुर ने विजयी अभियान जारी रखते हुए बुड़ैल का किला जिसके आज भी चार बुर्ज सुरक्षित हैं को फ़तेह किया था ! यहीं सिंह वीरों ने जख्मी हालातों में आखरी सांसें ली थीं ! उसी शहादत को नमन और फ़तेह दिवस को समर्पित शोभा यात्रा का गुरुद्वारा सिंह सभा शहीद बाबा गुरकीरत सिंह यादगारी गुरुद्वारा में कीर्तन दरवार सजाया गया ! शोभा यात्रा में श्री गुरुग्रंथ साहब की पालकी और पंज प्यारों की अनुवाई के आस्थावत सबने सीस नवाये और प्रसादि ग्रहण किये ! शोभा यात्रा का रस्ते भर में जगह जगह समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा स्वागत किये गए और संगत के लिए खीर केले आदि का प्रसादी छकाए गए ! शोभा यात्रा गुरुद्वारा सिंह सभा से चलकर टायर मार्किट को लांघते हुए मुहल्ला मकान नम्बर्स 177-192 से निकलते हुए सेक्टर 44 ऐ स्थित गुरुद्वारा सिंह शहीद बाग़ में शानोशौकत के साथ सम्पन्न हुआ ! जिधर से भी शोभायात्रा गुजरती गई उधर से ही जो बोले सो निहाल के जयकारे गूंजते गए ! सेक्टर 45 ऐ में यात्रा का खूब गर्मजोशी से स्वागत किया गया ! गुरु घर का प्रसादी अटूट बरती ! पंज प्यारों की अगुवाई में शोभा यात्रा की बानगी देखते ही बनती थी ! स्वागत कर्ताओं में पुनीत शर्मा, अश्वनी अशोक शर्मा नाभे वाला,सरपंच गरचा चुन्नीवाला रवि महाजन परमजीतसिंह भूपिंदर सिंह निशि शर्मा ईश्वर गर्ग नछतर सिंह दीदार सिह जतिंदरसिंघ, यशपाल शर्मा तरसेम भगीरथजैसे धर्म सेवकों ने जाट धर्म सम्प्रदाय आदि से पर रहते हुए निस्वार्थभाव से सेवा अदा की ! एकता सभा बुड़ैल, टायर मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 45 ऐ ,सनराइज पार्क वेलफेयर आदि ने शोभा यात्रा के स्वागत में पलक पावड़े बिछाए ! बाबा बन्दा सिंह बहादुर हिन्दू ने सिख कौम के लिए दुनिया में निराली क़ुरबानी का उदाहरण रचा था !