कुरुक्षेत्र 9 दिसंबर आरके विक्रमा शर्मा विक्रांत शर्मा — हरि के प्रदेश यानी हरियाणा के धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र में आजकल वार्षिक अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। श्री गीता जयंती के उपलक्ष में श्री कृष्ण संग्रहालय के सामने स्थित श्री गीता धाम में आज से तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का श्री गणेश ब्रह्मलीन 1008 गीतानंद जी महाराज भिक्षु जी के परम शिष्य डॉ ज्ञानानंद भिक्षु जी महाराज के सानिध्य में हुआ। गीता जयंती को समर्पित यह धार्मिक अनुष्ठान भिक्षु महाराज जी की सात प्रेरणा से और अनुकंपा से आशीर्वाद के साथ प्रारंभ हुआ। यह हर साल गीता जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाला धार्मिक अनुष्ठान है। जिसमें यज्ञ शाला में बने नौ विशाल हवन कुंडों में यज्ञ संपन्न करवाया जाता है। आज सोमवार प्रथमदिवस को सर्वप्रथम गीता श्लोकों की उच्चारण ध्वनि के बीच नृत्य करते भजन कीर्तन करते क्या शाला में भगवान श्री कृष्ण जी महाराज और यज्ञ पुरुष श्रेष्ठ मद भागवत गीता को सर पर बिठाकर यज्ञ शाला में लाकर विराजमान किया गया। प्रथम चरण में आज श्रीमद्भगवत गीता के 6 अध्यायों का श्लोकों के साथ आहुतियां द्वारा यज्ञ संपन्न हुआ। प्रमुख पुजारी हरिद्वार श्री गीता कुटीर से पधारे धार्मिक अनुष्ठानों के प्रज्ञ व मद्भागवत गीता के प्रखर ज्ञाता डॉक्टर ज्ञानानंद जी भिक्षु संघमहाराज की गरिमामय उपस्थिति में सदमार्गदर्शन में संपन्न करवाया। तकरीबन 60 यजमानों से भी ज्यादा धर्म आस्थावादियों ने हवन कुंडों में गीता श्लोक धर्म मंत्र उच्चारण के अनुरूप आहुतियां होम कीं। श्री गीता धाम कुरूक्षेत्र की संचालिका माता श्रेष्ठ सुदर्शन जी भिक्षु महाराज की गरिमामय स्नेहिल उपस्थिति प्रारंभ से समापन तक बनी रही। श्री गीता धाम के अन्न क्षेत्र की संचालिका कुसुम दीदी सहित धाम के सभी सेवक सदस्य गणों ने बढ़ चढ कर धर्म अनुष्ठान को संपन्न करवाने में सराहनीय योगदान दिया। यजमानों को सहयोग व मार्गदर्शन करने के लिए पूजा अर्चना विधि पूर्वक धर्म कर्म अनुष्ठान संपन्न करवाने की विद्या शिक्षा ग्रहण करने वाले पंडितों सहित शास्त्री गणों ने महती भूमिका निभाई। मंगलवार को इसी क्रम को आगे बढ़ते हुए श्रीमद् भागवत गीता जी के अगले 6 अध्यायों का यज्ञ अनुष्ठान संपन्न किया जाएगा। मुख्य यजमान और ब्रह्मलीन 1008 गीतानंद महाराज जी भिक्षु जी के अग्रिम पंक्ति के अनन्य शिष्यों में सोमवार पंचकूला आवासी पंडित राम कृष्ण शर्मा और धर्मपत्नी माता लक्ष्मी देवी शर्मा सहित उनके सुपुत्रों ने आज के धार्मिक यज्ञ अनुष्ठान में हवन आहुतियां अर्पित कीं। तत्पश्चात साधु संतों की भोज सेवा पश्चात समस्त गुरु चरण के भक्त प्रेमियों के लिए अटूट भंडारा वितरित किया गया।।