चंडीगढ़: 28 अक्टूबर आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति — प्रशासनिक तंत्र बिल्कुल मूकदर्शक बनकर चाइल्ड हेल्थ का बेड़ा ग़र्क होते अज्ञात कारणों से नहीं, संदिग्ध कारणों से देख रहा है। चिप्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे फूड्स छोटे बच्चों की सेहत पर गंभीर नकारात्मक असर डाल रहे हैं। हाल ही में की गई एक रिसर्च ने इस बात की पुष्टि की है कि इन खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से बच्चों के दांतों के इनेमल पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस रिसर्च के बारे में विस्तार से अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से हेमंत किंगर दीवान जी महत्वपूर्ण जानकारी चाइल्ड हेल्थ केयर के लिए शेयर कर रहे हैं।
बच्चों की खान-पान की आदतें,,,,बच्चों की खान-पान की बदलती आदतें उनके स्वास्थ्य के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। चिप्स और कोल्ड ड्रिंक जैसे फूड्स न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि बच्चों के लिए आकर्षक भी। रंगीन पैकेजिंग और किफायती कीमतें इन्हें बच्चों का पसंदीदा बना देती हैं। लेकिन, इसके दुष्परिणाम भी गंभीर होते हैं।
रिसर्च क्या कहती है ?,,,,,,,यह रिसर्च हार्वर्ड स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन द्वारा की गई थी, जिसमें पाया गया कि चिप्स और कोल्ड ड्रिंकI के अधिक सेवन से दांतों में इनेमल की कमजोरी होती है। इसके पीछे का प्रमुख कारण है इन खाद्य पदार्थों में मौजूद हानिकारक तत्व, जैसे सोडा और एसिड्स। रिसर्च में यह भी सामने आया कि विटामिन-डी की कमी भी दांतों की कमजोरी का कारण बनती है, और इसका संबंध चिप्स और कोल्ड ड्रिंक के बढ़ते सेवन से है।
कोल्ड ड्रिंक और चिप्स की बिक्री,,,,,,,हाल के वर्षों में, विशेषकर शहरी इलाकों में, ठंडे मीठे ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड्स की खपत तेजी से बढ़ी है। यह बच्चे को सीधे आकर्षित करते हैं। अधिकतर कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा और एनर्जी ड्रिंक में चीनी और एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो दांतों के लिए हानिकारक होती है। इसी तरह, चिप्स में स्टार्च और नमक की अधिकता भी दांतों को नुकसान पहुंचाती है।
अन्य कारण दांतों के खराब होने के,,,,,,,,रिसर्च में यह भी पाया गया है कि दांतों के खराब होने के लिए आनुवंशिकी और गर्भावस्था के दौरान पोषण की कमी भी जिम्मेदार हो सकती है। यदि माता-पिता दांतों की समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो बच्चों में भी यह समस्या सामान्य हो सकती है। गर्भवती माताओं को यदि पर्याप्त पोषण नहीं मिलता, तो इससे गर्भ में पल रहे शिशु के दांत भी प्रभावित हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, बच्चों में बढ़ती डायबिटीज भी दांतों की कमजोरी का एक कारण बन रही है।
चिप्स और कोल्ड ड्रिंक जैसे प्रोसेस्ड फूड्स का अत्यधिक सेवन बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को स्वस्थ खाने की आदतों के लिए प्रेरित करें और इन हानिकारक खाद्य पदार्थों से दूर रखने का प्रयास करें। सही पोषण और संतुलित आहार के जरिए हम बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और उनके दांतों की रक्षा कर सकते हैं।