चंडीगढ़ 22 सितंबर हरीश शर्मा अनिल शारदा:—हाल ही में चंडीगढ़ में सेक्टर 10 में एक कोठी नंबर 575 में हैंडग्रेनेड विस्फोट की वारदात को खुलेआम अंजाम दिया गया। एक रोजाना अखबार की खबर के मुताबिक चंडीगढ़ की सुरक्षा के लिए कैमरों की सख्त जरूरत है। चंडीगढ़ पुलिस की एस एसपी कंवयदीप कौर ने कहा कि 2000 कैमरा की प्रोपोजल भेजी गई है। यह भी सच है कि चंडीगढ़ में 2200 स्मार्ट कैमरे भी लगे हुए हैं। और उनकी मदद से ही बीते साल चंडीगढ़ पुलिस ने 656 केस सुलझाए हैं। लेकिन जिन क्षेत्रों में कैमरे बिल्कुल इंस्टॉल ही नहीं हुए हैं। वहां अभी भी 66 दर्ज मामले अनसुलझे बताए गए हैं। इनमें पांच जानलेवा सड़क वाहन दुर्घटना के सारंगपुर थाना क्षेत्र के संगीन मामले हैं। और 11 केस स्नेचिंग के और नशा तस्करी के अनेकों अलग मैटर हैं। वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर अपराधी बनखूबी जानते हैं कि उन पर थर्ड आई कहां-कहां काम करेगी और कहां वह सुरक्षित रहेंगे।
यह बताना चाहिए कि सेंड करने की वरदात को अंजाम देने वाले ऑटो और दोनों शातिरों को उस इलाके में लगे कैमरे में जल्दी ही कैद कर लिया। और यह भी बता दिया कि यह कुछ दिन पहले रेकी कर कर गए हैं। और तुरंत वीडियो भी वायरल हो गई थी। यह सब कैमरों की वजह से संभव हुआ था।