चंडीगढ़ ; 22 अक्टूबर ; अल्फा न्यूज़ इंडिया /आरके विक्रमा शर्मा /एनके धीमान ;—-सियासत में सब जायज होता है ! भले ही वो जमाने लद गए जब वॉर और प्यार में सब जायज समझ लिया जाता था ! नवजोत सिंह सिद्धू ने भाजपा में इज्जत मान और पूछ पहचान को लेकर पनपी बेपरवाही से खफा होकर पार्टी को अलविदा बोला था ! फिर शिअद भाजपा से तनातनी बढ़ती गई ! शिअद के असन्तुष्टों को लेकर इक फ्रंट बनाया ! बैंस बन्धु और प्रगट सिंह ने हाथ थाम लिया और फिर सिद्धू ने तिकडम शुरू की ! गफलत का शिकर हुए सिद्धू ने सोचा वो जो जुमला सेट करेंगे वही सब मानेंगे ! पर कैप्टन और केजरीवाल ने उसकी एक न चलने दी ! कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने तो कोटकपूरा में 17 अक्टूबर को किसान यात्रा के पहुँचने पर स्पष्ट बोला था वह सिद्धू को कतई नहीं चाहते हैं ! दूसरा शुक्रवार को कैप्टन राहुल गाँधी से उनके निवास स्थान पर मिले कई विचार विमर्श हुए ! पर कैप्टन ने इक मर्तबा फिर सिद्धू को लेकर अटकलों पर नकेल कसी कि राहुल गाँधी से कोई चर्चा ही नहीं हुई सिद्धू को लेकर ! उधर केजरीवाल ने भी सिद्धू को बाउंडरी दिखा दी थी ! सिद्धू भी अपने रेजिडेंस पर अपने साथियों को लेकर नए रस्ते खोज रहे केजरी से हेलो बोलने के ! सिद्धू की चालाकी को राजनीतिबाज कैप्टन ने लपक लिया बोले सिद्धू के फ्रंट से कोई गठबंधन नहीं होगा बल्कि सिद्धू कांग्रेस की विचारधारा के मुताबिक जब चाहे आएं वेलकम है ! बात स्पष्ट भी और गोलमोल भी ! ये है कैप्टन का सियासी अंदाज ! सिद्धू अब कांग्रेस में दाल गलती न देख कर आप की और फिर झुके हैं ! कैप्टन की जिद्द है आवाज ऐ पंजाब का कांग्रेस में विलय कांग्रेस की ही शर्तों पर किया जाये ! ये करके कैप्टन शिअद भाजपा बसपा और आप सब को अपनी सूझबूझ का करिश्मा भी दिखाना चाहते हैं ! उधर अंदर कहते पंजाब में एक और बड़ा सियासी दल आप से सीधा चुनावी जीत के लिए गठबंधन करने की जल्दबाजी और फ़िराक़ में है ! पर आप से हाथ मिलाने से पूर्व केजरीवाल की कनखियों की भाषा समझना चाहते हैं ! सिद्धू की सिपहसालार और खेवनहार बीबी नवजोत कौर सिद्धू ही है सब कुछ उसकी मर्जी पर तय है ! फ्रंट की सुनें तो अगले मंगलवार तक फ्रंट जो भी बनती स्थिति होगी स्पष्ट कर देगा ! उधर कैप्टन ने प्रशांत किशोर से कोई मतभेद न होने पर मुहर लगाई है ! ये उससे पहले ही कर लिया गया जब राहुल गाँधी का पंजाब दौरा और रिलीज सहित रोड शोज की रुपरेखा बनाई जा रही और अंतिम चरणों में है ! फ्रंट की चार सीटों का सीधा लाभ कांग्रेस के सिवा कोई और न लुटे सो कैप्टन ने सिद्धू के आगे अच्छे ओहदे की बिसात बिछाई है ! सिद्धू भले ही अभी कोई लार नहीं टपकाने के मूड में है पर मलाईदार ओहदा वो भी कदावर पार्टी में सिद्धू की सिआणप देखि जाएगी !कैप्टन राहुल गाँधी से नवजोत सिंह सिद्धू की बैठक की भी टोह लेने में कितने कामयाब रहे कोई नहीं जनता है !