फरीदकोट ; 3 नवम्बर ; गुरजीत रोमाना /अल्फा न्यूज़ इंडिया ;——1984 में तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी को उनके ही बॉडीगार्ड्स ने गोलियों से भून कर कत्ल कर दिया था ! इस जघन्य कत्ल से दिल्ली में कांग्रेसी कथित लीडरों के इशारों पर सिख समाज पर कहर ढाये गए थे ! 1984 के दंगों में दोषी पाए गए कांग्रेस के सीनियर नेता जिन्होंने 1984 के दंगों में सिक्खों पर कहर बरपाया था, उन को केंद्र में पिछले लम्बे समय से केंद्र में सत्तासीन रहने वाली कांग्रेस की सरकार ने अब तक सज़ा तो क्या दोषी कहने की भी जुर्रत नहीं समझी !और अब भी कांग्रेस पार्टी के उच्च नेता उन को बचाने के लिए हर तरह के हथकंडे इस्तेमाल कर रहे हैं !उन के विरोध और दोषियों को सज़ाएं दिलवाने के लिए अकाली -भाजपा की तरफ से हलका स्तर पर पूरे पंजाब में धरने और पुतले फूँके गए। जिस के अंतर्गत फरीदकोट में भी बड़ा प्रदर्शन करके दोषी कांग्रेसी लीडरों के पुतले फूँके गए ! इस दौरान बड़ी संख्या में इकठ्ठा हुए अकालियों ने कांग्रेस विरुद्ध ज़ोरदार नारेबाज़ी भी की। इस अवसर पर आपरेशन ब्लू स्टार के एक आमुक शहीद एक व्यक्ति के बेटे करनैल सिंह ने जब धरने में पहुंच कर वहां मौजूद आज एकत्रित हुए नेताओं के साथ मिल कर अपनी दुखद व्यथा सांझी करनी चाही तो किसी ने भी उसे नहीं मिलने नही दिया ! और उसे मायूस व् हताश ही वापिस मजबूरन लौटना पड़ा। इस बाबत अाम लोगों का कहना है कि केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बावयूद धरने, मुज़ाहरे पुतले फूँकना महज एक चुनावी स्टंट के सिवा और कुछ नहीं है !
आपरेशन ब्लू स्टार के आमुक शहीद के बेटे करनैल सिंह ने कहा कि उसके पिता जी दरबार साहब पर हुए हमलो में शहीद हुए थे ! परन्तु किसी भी सरकार ने उन की कोई भी मदद नहीं की ! हैरत तो ये है कि आज भी उसके पिता का नाम भी शहीदों की लिस्ट में मौजूद है। उन्होंने कहा कि जब वह धरने में मिलने के लिए नेतायों के पास गए,तो किसी लीडर तो दूर भीड़ का हिस्सा किसी ने भी उन की कोई बात तक नहीं सुनी । इस मौके पर हलका विधायक दीप मल्होत्रा ने कहा कि अकाली -भाजपा गठजोड की तरफ से पूरे पंजाब में 84 के दंगों के जिम्मेवार व्यक्तियों को सज़ाएं दिलवाने और कांग्रेस के बड़े नेताओं की तरफ से उन की मदद करने के विरुद्ध और 84 के दंगों में पीड़ित परिवारो को इन्साफ दिलवाने के लिए आज फरीदकोट में धरना लगा कर उन के पुतले फूँके गए है।
हालाँकि कानाफूसी सारा दिन जिले भर में ये ही व्याप्त रही कि ये ड्रामा बुरी तरह फ्लॉप रहा है ! प्रदर्शनकरियों में कितने असली अकाली और भाजपा कार्यकर्ता थे ये जिले के लोग बखूबी जानते हैं !