जयपुर 05 अगस्त एडवोकेट विनीता शर्मा प्रस्तुति –यह नवयौवना की मूर्ति और उसी पत्थर की चुनरी भी बनाई है ।और आर-पार चेहरा सच में पूरी तरह से देखा जा सकता है। चित्र बनाना ही कठिन होता है मगर पत्थर से मुर्ति तराशना तो उससे कई गुना अधिक मुश्किल होता है। जी हां यह मूर्ति राजस्थान के रहने वाले अर्जुन प्रजापति ने बनाई है प्रजापति समाज ऐसी मूर्तियां बनाने के लिए पुराने समय से ही प्रख्यात है।
यह मुर्ति तो सच ऐसे लगती है कि अभी बोल पड़ेगी। अल्फा न्यूज़ इंडिया की हार्दिक शुभकामनाएं हैं कि प्रभु ऐसे मुर्तिकार को दीर्घायु करें और इनकी कारीगरी को और चार चांद लगा दे। यही हमारी देश की राष्ट्रपति प्रथम नागरिक श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से विनती है कि ऐसे मूर्धन्य मुर्तिकार को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित करना चाहिए।