चंडीगढ़ शिमला 03 अगस्त अल्फा न्यूज इंडिया प्रस्तुति–-हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले समेत अमर उजाला संस्थान के मेधावी छात्र सम्मान समारोह में अपनी एंकरिंग का जादू बिखेर चुकी रश्मि ठाकुर को कौन नहीं पहचानता है । दर्शकों के स्नेह के बलबूते वह भविष्य में आगे बढ़ रही हैं रश्मि ठाकुर, अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में एंकर और स्थानीय कलाकार रश्मि ठाकुर ने शेरो शायरी और दिलकश आवाज से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक संध्या में जहां एक से बढ़कर एक कलाकारों ने अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले में अपने हुनर का लोहा मनवाया तो वहीं, दूसरी ओर एंकर ने अपनी शायरी और चुलबुले अंदाज से सबका दिल जीतने का काम किया। अमर उजाला से रूबरू होते हुए एंकर रश्मि ठाकुर ने बताया कि उनके पिता सेना में अधिकारी थे। पिता की जहां-जहां ड्यूटी रही, वहीं पर हम तीन भाई- बहनों की पढ़ाई हुई। अचानक पिता की मौत हो गई। इसके बाद उन पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा। कुछ साल बाद उनकी माता का भी देहांत हो गया। बचपन से ही स्टेट होल्ड करना और एंकरिंग करना उन्हें अच्छा लगता था। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य जीवन में एयर फोर्स में जाकर देश की सेवा करने का रहा लेकिन, पिता-माता के देहांत के बाद जिम्मेदरियों के बोझ के चलते उन्होंने एंकरिंग में ही अपना भविष्य बनाने की सोची। आपको बता दें कि अब तक वह सूरजकुंड मेले, फरीदाबाद टूरिज्म, हेरिटेज फेस्ट, मैंगो फेयर, और अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले इत्यादि कई स्थानों पर अपने रंग बिखेर चुकी है।