चंडीगढ़ 07 जुलाई आरके विक्रमा शर्मा —कृष्णा, देवदत्त पट्टनायक लिखते हैं- “स्थानीय रूप से जगन्नाथ को उसके काले रंग के लिए कालिया कहा जाता है, बड़े प्यार से, हालांकि आधुनिक रंग पूर्वाग्रह कई लोगों को इस बात पर जोर देता है कि कृष्ण नीले हैं। वह भगवान हैं, बेशक, बड़े अक्षर जी से लिखा जाता है, लेकिन इससे भी अधिक कि वह आपका मित्र है, क्योंकि मंदिर में प्रमुख भाव सखा-भाव का है,l