कुरुक्षेत्र 21 दिसम्बर -राकेश पंडित /अल्फा न्यूज़ इंडिया ;—-अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के बाद स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव के आयोजन पर प्रशासन ने अपनी मोहर लगा दी है। इस फिल्म महोत्सव का आयोजन 13 से 14 अप्रैल 2017 को मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में किया जाएगा। इस लघु फिल्म महोत्सव के लिए 17 देशों से स्वीकृति मिल चुकी है और विभिन्न सामाजिक विषयों पर आधारित फिल्मों का समय 5 से 30 मिनट का होगा।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने गत्त दिवस देर सायं अपने निवास कार्यालय पर एक बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि हरियाणा के 50 वर्ष पूरे होने पर सालभर चलने वाले स्वर्ण जयंती कार्यक्रमों की श्रृंखला में अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के बाद सबसे बड़ा आयोजन अब 13 से 16 अप्रैल 2017 तक हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का होगा। प्रदेश में पहली बार कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर लघु फिल्म महोत्सव का आंनद लोग ले पाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, संस्कृति सोयायटी फॉर आर्ट एवं कल्चरल डेवेलपमेंट के संयुक्त तत्वाधान में मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के प्रंागण में फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव के लिए 17 देशों ने फिल्म दिखाने की स्वीकृति दे दी है और कई अन्य देशों से ओर फिल्मों की अनुमती मिलने वाली है।
उन्होंने कहा कि इस लघु फिल्म महोत्सव में बच्चों, महिलाओं, नौजवानों, शिक्षाविदों और बुजूर्ग वर्ग के साथ प्रत्येक वर्ग के लिए फिल्में होंगी और प्रत्येक फिल्म स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ तमाम विषयों पर आधारित होंगी। इन फिल्मों का समय 5 से 30 मिनट का होगा। इस महोत्सव में कम से कम 48 फिल्में दिखाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने और हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के उदेश्य से ही हरियाणा प्रदेश में पहले अंतर्राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर आयोजन सचिव दिनेश गोयल, एक्जीक्यूटिव डारेक्टर कमलजीत शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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कुरुक्षेत्र 21 दिसम्बर —अल्फा न्यूज़ इंडिया /राकेश पण्डित ;—भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने थानेसर शहर को ओडीएफ सिटी स्वच्छता प्रमाण पत्र अवार्ड देने के लिए चयनित किया है। इस अवार्ड को भारत सरकार के शहरी विकास केन्द्रीय मंत्री वैंकेया नायडू 22 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे नेशनल मीडिया सेंटर नई दिल्ली में देंगे। इस अवार्ड को उपायुक्त सुमेधा कटारिया और नगर परिषद की अध्यक्षा उमा सुधा प्राप्त करेंगी।
भारत सरकार शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं मिशन निदेशक आईएसएस अधिकारी प्रवीण प्रकाश ने प्रशासन को भेजे पत्र में स्पष्ट किया है कि भारत स्वच्छ मिशन के अंतर्गत थानेसर शहर को खुले से शौचमुक्त करके एक सराहनीय कार्य किया है और इसके लिए थर्ड पार्टी निरीक्षण टीम ने भी इस बाबत अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इस उपलब्धि पर 22 दिसम्बर 2016 को दोपहर 12 बजे यूनियन मिनिस्टर वैंकेया नायडू ओडीएफ स्वच्छता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करेंगे।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने दूरभाष पर बातचीत करते हुए बताया कि थानेसर शहर के 31 वार्डो को खुले से शौचमुक्त बनाने में विधायक सुभाष सुधा, नगर परिषद की अध्यक्षा उमा सुधा के साथ-साथ शहर के सभी नगर पार्षदों का अहम योगदान रहा है। इसके अलावा थानेसर शहर को ओडीएफ करने के लिए नियुक्त किए नोडल अधिकारी एसडीएम थानेसर नरेन्द्र पाल मलिक और नगर निगम हिसार के कार्यकारी अभियंता रामजी लाल, भूषण पाल मंगल और नगर पार्षदों के नेतृत्व में गठित निगरानी कमेटी के सदस्यों, नगर परिषद के ईओ, चीफ सैनेटरी इंस्पैक्टर, सैनेटरी इंस्पैक्टर, सभी सफाई कर्मचारियों के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता हैं।
उन्होंने कहा कि सभी के सांझे प्रयासों से ही यह मुकाम हासिल हुआ है। इस शहर के 31 वार्डो में 1 लाख 55 हजार 152 की जनसंख्या को खुले से शौचमुक्त करने के प्रति जागरुक किया गया। इस जागरुकता अभियान के लिए 15 नोडल अधिकारियों का योगदान रहा है। सभी के प्रयासों से स्लम बस्तियों सहित कुल 7 जगहों पर मोबाईल शौचालयों की भी व्यवस्था की गई है ताकि लोग खुले में शौच न जाकर इन शौचालयों का प्रयोग सहजता से कर सके। उन्होंने बताया कि थर्ड पार्टी निरीक्षण की टीम ने भी थानेसर शहर में अलग-अलग 9 जगहों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को सौंपी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर केन्द्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा थानेसर शहर ओडीएफ सिटी होने पर स्वच्छता प्रमाण पत्र के लिए चयनित किया है।