चंडीगढ़ 5 जून बीरबल शर्मा करण शर्मा प्रस्तुति –-आज विश्व पर्यावरण दिवस, हमारे समय की पर्यावरणीय चुनौतियों पर प्रकाश डालने के लिए 5 जून को प्रतिवर्ष मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस 2024 देश के उत्तर पश्चिमी भागों में भीषण गर्मी और शहरी हीट आइलैंड प्रभाव की पृष्ठभूमि में रेगिस्तानीकरण को रोकने और सूखे से निपटने पर ध्यान केंद्रित करता है, सीसीपीएलए के तत्वावधान में आरजीएनयूएल ने उसी पर एक पैनल चर्चा के माध्यम से जलवायु जागरूकता और संवेदनशीलता सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में आरजीएनयूएल के कर्मचारियों और अन्य लोगों ने भाग लिया। चर्चा की शुरुआत प्रोफेसर (डॉ.) जय एस. सिंह, कुलपति, आरजीएनयूएल, पंजाब द्वारा उद्घाटन भाषण से हुई। चर्चा की अगुवाई लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) जे.एस. चीमा पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम पीएचओ (सेवानिवृत्त), कुलपति, महाराजा भूपिंदर सिंह पंजाब स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, पटियाला ने की, जिन्होंने जलवायु न्यायशास्त्र के प्रासंगिक पर्यावरणीय मुद्दों को उठाया, जैसे कि कृषि में भूमि उपयोग प्रथाओं के साथ-साथ पराली जलाने, देश में गर्मी की लहर के मद्देनजर शहरी गर्मी द्वीप प्रभाव पर विशेष ध्यान दिया। चर्चा में प्रोफेसर (डॉ.) आनंद पवार, रजिस्ट्रार, आरजीएनयूएल, पटियाला के माध्यम से हमारे सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक सक्रियता पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक मूल्य संवर्धन देखा गया। इस कार्यक्रम में आरजीएनयूएल के कर्मचारियों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी सफलतापूर्वक भाग लिया, जिसका समन्वय प्रोफेसर (डॉ) आनंद पवार, डॉ. संगीता टाक और डॉ. अंकित श्रीवास्तव ने सफलतापूर्वक किया।